एमपी में बोले सिंहदेव : बंद कमरे में हुई थी बातचीत, ढाई साल फॉर्मूले पर अब भी आलाकमान के फैसले का इंतजार
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भोपाल में कहा है कि आलाकमान से ढाई ढाइ साल के मुख्यमंत्री पद के विषय में बंद कमरे में बातचीत हुई थी। उन्होंने कहा कि बंद कमरे की चर्चा को सार्वजनिक करना उचित नहीं है। परिवर्तन की संभावना हर जगह बनीं रहती है। बड़े बदलाव के पहले काफी सोच विचार करना पड़ता है। हमें आलाकमान के फैसले का इंतजार करना चाहिए। पढ़िए पूरी खबर-;
रायपुर/भोपाल। छत्तीसगढ़ में अभी ढ़ाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर पेंच फंसी हुई है। इसी बीच मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल पहुंचे छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि ढाई-ढाई साल को लेकर आलाकमान फैसला लेगा, मामला उनके संज्ञान में है।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि बंद कमरे में जो बात होती है, उसे सार्वजनिक नहीं करना चाहिए। हर दल में परिवर्तन की परिस्थिति बनी रहती है। पंजाब और त्रिपुरा में नेतृत्व परिवर्तन देखा गया। हाईकमान के स्पष्ट निर्णय लेने में थोड़ा इंतजार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह का बदलाव हल्का काम नहीं है।
लखीमपुर खीरी नहीं जाने पर बोले टीएस सिंहदेव ने कहा कि भूपेश बघेल इसलिए गए हैं कि उन्हें यूपी का सीनियर ऑब्जर्वर बनाया गया है। मुझे जहां भेजा जाता है, वहां मैं जाता हूं। उत्तरप्रदेश भेजा जाएगा तो जाऊंगाद्ध छत्तीसगढ़ में मंत्रियों पर कांग्रेस विधायकों के सवाल उठाने पर उन्होंने कहा कि पार्टी में जो विवाद चल रहा है उसका जवाब छत्तीसगढ़ में पीएल पुनिया देंगे।
लखीमपुर खीरी में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मुआवजे की सियासत पर टीएस बाबा ने कहा कि यूपी में मुआवजा वहां की स्थिति के हिसाब से दिया गया। छत्तीसगढ़ के हिसाब से मुख्यमंत्री फैसला लेंगे वो समझदार हैं। छत्तीसगढ़ सरकार मुआवजा जो पहले देती थी, उसे भी बढ़ाया गया है।