धान खरीदी की रफ्तार धीमी : अभी खेतों में खड़ी है ज्यादातर फसल, कटाई जोरों पर... अगले माह से तेजी पकड़ने के आसार

जिले में ज्यादातर किसान अधिक समयावधि वाले धान की पैदावार करते हैं। यही वजह है कि, ज्यादातर क्षेत्र में धान की कटाई नहीं हो पाई है। इससे 1 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू होने के बावजूद भी उपार्जन केन्द्रों में आवक काफी कम है। पढ़िए पूरी खबर...;

Update: 2022-11-12 12:02 GMT

अमित गुप्ता-रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की रफ्तार काफी धीमी है। जिले में इस साल 4 लाख 27 हजार मिट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य है, लेकिन अब तक सिर्फ 524 मिट्रिक टन धान की ही खरीदी हो पाई है। रायगढ़ जिले में इसकी प्रमुख वजह धान फसल की कटाई में देरी को माना जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि दिसंबर के महीने में फसल कटाई होने के साथ उपार्जन केन्द्रों में धान की आवक बढ़ेगी।

दरअसल रायगढ़ जिले में ज्यादातर किसान अधिक समयावधि वाले धान की पैदावार करते हैं। यही वजह है कि, ज्यादातर क्षेत्र में धान की कटाई नहीं हो पाई है। इससे 1 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू होने के बावजूद भी उपार्जन केन्द्रों में आवक काफी कम है। हालांकि रायगढ़ जिले से सारंगढ़ के अलग होने के चलते इस साल खरीदी कम है।

खरीदी केन्द्रों में आवक कम होने के चलते खरीदी धीमी

वहीं, खाद्य विभाग के अधिकारी का कहना है कि, इस साल 4 लाख 27 हजार मिट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य निर्धारित है। सारंगढ़ नया जिला बनने के बाद भी रायगढ़ जिले में इस साल 20 लाख मिट्रिक टन की कमी हो गई है। अब तक सिर्फ 524 मिट्रिक टन धान की ही खरीदी हुई है। उपार्जन केन्द्रों में आवक कम है, जिससे खरीदी की रफ्तार काफी धीमी है। इस महीने 15 तारीख के बाद आवक बढ़ने की संभावना है। साथ ही दिसंबर महीने के शुरुआत में ज्यादातर धान फसल की कटाई होने के साथ ही आवक में तेजी आएगी। देखें वीडियो..

   

  


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