ओड़िसा का धान छत्तीसगढ़ सरकार को बेचने की फ़िराक में तस्कर- बॉर्डर पर जवानों और तस्करों के बीच पैंतरेबाजियों का दौर
छत्तीसगढ़ सरकार 1 दिसंबर से धान खरीदी शुरू करेगी। इससे पहले धान की तस्करी जारी है। प्रशासन और पुलिस की टीमें लगातार कार्रवाई कर रही हैं। गरियाबंद में जवान ट्रैक सूट में क्रिकेट खिलाड़ी बनकर मैदान में उतरे और ओडिशा बार्डर पर वाहनों को पकड़ा। यह देखकर अब तस्करों ने नया खेल खेला। वह बैलगाड़ी लेकर आ गए हैं। पढ़िए पूरी ख़बर।;
देवभोग। कलेक्टर ने क्षेत्र में लगे 18 चेक पोस्ट में कर्मियों की तैनाती कर उन पर निगरानी का आदेश SDM को दिया था। मंगलवार रात सीमा पर निरीक्षण की जिम्मेदारी प्रशिक्षु IAS विश्वदीप की थी। नायब तहसीलदार अभिषेक अग्रवाल के साथ उन्होंने रात 11 से ढाई बजे तक चेक पोस्ट की जांच की। जांच में पाया की रात के अंधेरे में साइकिल और बैलगाड़ी से धान ओडिशा से तस्करी कर छत्तीसगढ़ भेजा जा रहा है। पुलिस टीम मंगलवार रात करीब 2 बजे नूवापाड़ा जिले की सीमा पर पहुंची तो धोबनमाल और कैठपदर पोस्ट के बीच ओडिशा के कांदामूडा को जोड़ने वाले कच्ची सड़क से बैलगाड़ी में धान भर कर बार्डर पार कराया जा रहा था।
प्रशिक्षु IAS विश्वदीप ने बताया कि सर्वाधिक धान आवक की आशंका वाले खोखसरा, झिरीपानी, केंदुबन्द चेक पोस्ट से कर्मचारी गायब मिले। यहां हर पोस्ट पर एक कोटवार व 2 आरक्षक की तैनाती है।जिन तीन चेक पोस्ट से कर्मी नदारद मिले वहां से सुपेबेडा और दहिगांव के माहिर दो धान तस्करों के साथ मिली भगत की भी सूचना लगातार मिल रही थी। निरीक्षण में इन्हीं चेकपोस्ट के कर्मचारी गायब मिले। कैठपदर सीमा पर भी अब गायब मिले सभी कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी। इसके लिए प्रतिवेदन भेजा जा रहा है। वहीं दूसरी ओर कोटवार के रिश्तेदार द्वारा बिचौलियों को पार कराने की सूचना है।