सख्ती के बाद नरमी : हड़ताल खत्म करने सरकार ने कर्मचारियों को दिया ऑफर, कहा- 2 सितंबर तक काम पर लौटे तो अवकाश मानकर मिलेगा पूरा वेतन
हड़ताल खत्म करने प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों के लिए नया प्रस्ताव दिया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने कहा कि अगर कर्मचारी 2 सितम्बर तक भी काम पर लौट आए तो उनका वेतन नहीं काटा जाएगा। हड़ताल अवधि को अवकाश मानकर पूरा वेतन दिया जाएगा। पढ़िए पूरी खबर...;
रायपुर। छत्तीसगढ़ में करीब 4 लाख अधिकारी-कर्मचारी आंदोलनरत है। हड़ताल खत्म करने प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों के लिए नया प्रस्ताव दिया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने कहा कि अगर कर्मचारी 2 सितम्बर तक भी काम पर लौट आए तो उनका वेतन नहीं काटा जाएगा। हड़ताल अवधि को अवकाश मानकर पूरा वेतन दिया जाएगा। इस संबंध में मंगलवार को सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से आदेश जारी किया गया है। साथ ही जारी परिपत्र में राज्य के सभी संभाग आयुक्त कलेक्टर और सभी विभागों के अधिकारियों को हड़ताल से संबंधित निर्देश दिया गया है।
हड़ताल अवधि का दिया जाएगा वेतन
सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल बहुत से अधिकारी-कर्मचारी काम पर लौटना चाहते हैं। विभाग ने ऐसे कर्मचारियों-अधिकारियों को उनके कार्यालय में पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराने को कहा है। एक और निर्देश देते हुए उप सचिव ने लिखा है कि हड़ताल में शामिल अधिकारी-कर्मचारी अगर 1 या 2 सितम्बर को अपने काम पर उपस्थित होते हैं, तो उनकी हड़ताल अवधि को अवकाश स्वीकृत करते हुए वेतन भुगतान किया जाए। इस परिपत्र को कर्मचारियों को हड़ताल खत्म करने का प्रस्ताव माना जा रहा है। बता दें कि इस समय छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के साथ 100 से अधिक कर्मचारी संगठनों से जुड़े करीब चार लाख कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल हैं।
एक दिन पहले ही कार्रवाई के लिए दिया गया था निर्देश
उल्लेखनीय है कि सामान्य प्रशासन विभाग ने एक दिन पहले ही हड़ताल को सेवा आचरण नियमों के तहत कदाचार बताया था। इसमें कहा गया था कि जो कर्मचारी 25 से 29 जुलाई तक भी हड़ताल पर थे और अब भी हड़ताल पर बैठे हैं, उनका अवकाश स्वीकृत न किया जाए। उतने दिनों तक का वेतन भुगतान नहीं किया जाए और अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए लिखा जाए।