Raipur: बारिश से बर्बाद फसलो की जानकारी जुटाने में जुटी प्रदेश सरकार
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण धान के साथ सब्जियों की फसल बर्बाद हो गई है। प्रदेश सरकार के निर्देश पर राजस्व विभाग फसलों की बर्बादी के लिए सर्वे कराने में जुट गया है। सर्वे रिपोर्ट आने के बाद ही मालूम होगा कि कहां कौन सी फसल कितनी बर्बाद हुई है। इधर भाजपा ने प्रदेश सरकार पर फसल बर्बाद को लेकर किसानों की सुध न लेने का आरोप लगाया है।;
हरिभूमि रायपुर समाचार: प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण धान के साथ सब्जियों की फसल बर्बाद हो गई है। प्रदेश सरकार के निर्देश पर राजस्व विभाग फसलों की बर्बादी के लिए सर्वे कराने में जुट गया है। सर्वे रिपोर्ट आने के बाद ही मालूम होगा कि कहां कौन सी फसल कितनी बर्बाद हुई है। वहीं दूसरी ओर भाजपा ने प्रदेश सरकार पर फसल बर्बाद को लेकर किसानों की सुध न लेने का आरोप लगाया है।
बारिश और ओलावृष्टि के कारण प्रदेश में कई तरह की फसलें बर्बाद हो गई है। एक तरफ जहां धान की बहुत ज्यादा फसल बर्बाद हुई है, वहीं पपीता, टमाटर सहित कई तरह की फसलें खराब हो गई हैं। खेतों में टमाटर की फसल बारिश के कारण डूब गई है। प्रदेश के राजस्व विभाग को इसकी जानकारी लगने के बाद प्रदेश के सभी जिलों में फसलों की बर्बादी को लेकर सर्वे प्रारंभ कर दिया गया है। सर्वे रिपोर्ट आने में समय लगेगा।
प्रदेश सरकार को किसानों की परवाह नहीं
भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के प्रदेश प्रवक्ता संदीप शर्मा (State spokesperson Sandeep Sharma) ने कहा, अप्रैल-मई में बारिश ने वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पिछले लगभग पखवाड़ेभर से लगातार हो रही बेमौसम बारिश, ओलावर्षा और वज्रपात से रबी और उद्यानिकी फसलें तबाह हो गई है। जिसके कारण और किसानों का समूचा अर्थतंत्र चरमरा गया है। इसके साथ ही उन्होनें कहा कि खासकर धान (Paddy) की फसल की हालत तो यह है कि लगभग 40 प्रतिशत धान (Paddy) के दाने खेत में ही झड़ गए हैं। ग्रामीण कृषि कार्य बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। श्री शर्मा ने सवाल किया कि आपदा के ऐसे समय में प्रदेश के मुख्यमंत्री बघेल, जो खुद को किसान (Farmer)और किसान का बेटा कहते हैं, उनका कहीं अता-पता नहीं है।