लाॅकअप में बंद रहा छात्र, छुटने के बाद की खुदकुशी
छत्तीसगढ राज्य के रायपुर जिले के मुजगहन थाना क्षेत्र में मंगलवार को छात्र धर्मेंद्र आदिले सुसाइड केस में उसके परिजनों ने थाना प्रभारी पुरानीबस्ती पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। आरोप है, महिला की झूठी शिकायत पर धर्मेंद्र को थाने लाया गया और उसे रातभर क्रिमिनल की तरह लॉकउप में बैठाया गया।;
छत्तीसगढ राज्य के रायपुर जिले के मुजगहन थाना क्षेत्र में मंगलवार को छात्र धर्मेंद्र आदिले सुसाइड केस में उसके परिजनों ने थाना प्रभारी पुरानीबस्ती पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। आरोप है, महिला की झूठी शिकायत पर धर्मेंद्र को थाने लाया गया और उसे रातभर क्रिमिनल की तरह लॉकउप में बैठाया गया।
महिला ने जब केस दर्ज कराने से इनकार कर दिया, इसके बाद भी थाना प्रभारी ने जबरन उस पर केस दर्ज किया। आरोप है, थाना प्रभारी ने उसे मानसिक रूप से इतना प्रताड़ित किया, वह डिप्रेशन में चला गया। एसडीएम कोर्ट से जमानत के बाद घर लौटने पर किसी से बात नहीं की।
थाने में केस दर्ज होने से मृतक धर्मेेंद्र को कैरियर समाप्त होने का भय हो गया था। इससे आहत होकर उसने मंगलवार रात ग्राम शिवनी मुजगहन स्थित अपने मामा रवि गिलहरे के मकान में पंखे से रस्सी के सहारे लटककर आत्महत्या कर ली।
अफसर बनना चाहता था मृतक
रवि ने बताया कि उसका भांजा धर्मेंद्र पढ़ने में बहुत अच्छा था। बीएससी और डीसीए रावतपुरा काॅलेज से पास किया था। वह दो साल से पीएससी की तैयारी कर रहा था। उसने एक बार पीएससी की परीक्षा दी थी। वह अफसर बनकर समाज की सेवा करना चाहता था, लेकिन पुलिस की प्रताड़ना ने उसके सपने को एक दिन में समाप्त कर दिया।
पुलिस का कहना है
पुलिस के मुताबिक धर्मेंद्र समता कॉलोनी की एक महिला को परेशान करता था। वह फेसबुक आईडी से फोटो निकालकर उसके परिजनों को भेजता था। कॉल कर परेशान करता था। महिला ने फोन नंबर बंद कर दिया। इसके बाद वह महिला के परिजनों को कॉल कर परेशान करता था। महिला ने थाने में शिकायत की थी, लेकिन महिला ने उसके विरुद्ध एफआईआर दर्ज नहीं कराई। इसके बाद भी पुलिस ने जबरन उसके खिलाफ धारा 151 के तहत केस दर्ज किया। अगले दिन एसडीएम कोर्ट से धर्मेंद्र के परिजनों ने जमानत कराई। आरोप है, थाने में उसे प्रताड़ित किया गया, जिससे वह डिप्रेशन में चला गया और सुसाइड करने कदम उठा लिया।
शिकायत होगी तो जांच की जाएगी
महिला की शिकायत पर मृतक धर्मेेंद्र को थाने लाया गया था। लॉ एंड आर्डर को बनाए रखने पुलिस ने प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की थी। अगर परिजनाें द्वारा शिकायत की जाएगी, तो उसकी जांच होगी।