बैंक कर्मचारियों ने ही लगाया बैंक को चूना, सरेंडर हुई गाड़ियां बैंक में जमा ना कर खुद ही बेच देते...
लोन लेकर ट्रैक्टर खरीदने वाले किसान और कंस्ट्रक्शन के काम से जुड़े लोगों को ये कर्मचारी कानूनी कार्रवाई का डर दिखाकर उनका ट्रैक्टर छीन लिया करते थे। पढ़िये पूरी खबर-;
रायपुर। किसानों को गुमराह और उनके मजबूरी का फायदा उठाने वाले दो बैंक कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। लोन लेकर ट्रैक्टर खरीदने वाले किसान और कंस्ट्रक्शन के काम से जुड़े लोगों को ये कर्मचारी कानूनी कार्रवाई का डर दिखाकर उनका ट्रैक्टर छीन लिया करते थे। बाद में ट्रैक्टर मनमानी कीमत पर किसी और बेचकर देते थे।
मामले में पुलिस ने इंडसइंड बैंक के कर्मचारी प्रकाश देवांगन व सुधीर शर्मा और इनके एक साथी भरत गुप्ता को पकड़ा है। मामला दरअसल साल 2019 का है। खरोरा के रहने वाले ईतवारी राम ने शिकायत में बताया था कि उसने ट्रैक्टर खरीदा था। किश्त जमा नहीं कर पाया तो बैंककर्मी प्रकाश और सुधीर घर पर आ धमके और जबरन ट्रैक्टर जब्त करके ले गए। कुछ महीने बाद बैंक के दूसरे कर्मचारियों ने धावा बोलकर छानबीन की तो पता लगा कि प्रकाश ने ट्रैक्टर बैंक को देने की जगह खुद किसी और को बेच दिया।
कई लोगों को लगा चूके है चूना
पुलिस ने इंडसइंड बैंक के कर्मचारी प्रकाश देवांगन व सुधीर शर्मा से ट्रेक्टर के बारे में कड़ाई से पूछताछ की। तब पता चला कि इन्होंने बिलासपुर निवासी भरत गुप्ता को अवैध तरीके से 2 लाख रूपये में ट्रैक्टर बेचा। वहां पता करने पर जानकारी मिली कि भरत गुप्ता ने उस ट्रेक्टर को अमोरा (भिलाई) मुंगेली निवासी कैलाश साहू को 4 लाख 30 हजार रूपये में बेच दिया। इसी तरह 8 अन्य लोगों के ट्रेक्टर को अवैध तरीके से छत्तीसगढ़,ओड़िशा और उत्तर-प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बेचा गया है।