भालुओं ने ली आदिवासी नेता की जान : 3 भालुओं ने मिलकर पैर, माथे और चेहरे को बुरी तरह नोचा, मौके पर हो गई मौत...

सोमवार को गोंडवाना समाज के अध्यक्ष गणेश ध्रुव मवेशियों को चराने जंगल में गया था। वह शाम में जब घर लौट रहा था तो तभी उस पर भालुओं ने हमला कर दिया .. क्या है मामला.... पढ़िए पूरी खबर...;

Update: 2022-10-25 10:44 GMT

कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में आदिवासी नेता मवेशियों को चराने के लिये जंगल में गया हुआ था। इसी बीच उस पर अचालक भालुओं ने हमला कर दिया। इससे उसकी मौत हो गई। यह घटना ग्राम उरपांजुर की बताई जा रही है। मामला बड़गांव थाना क्षेत्र का है।

मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार को गोंडवाना समाज बड़गांव सर्कल अध्यक्ष गणेश ध्रुव मवेशियों को चराने जंगल में गया था। जब वह शाम में जब घर लौट रहा था तो तभी उस पर भालुओं ने हमला कर दिया। इस हमले में भालुओं ने उसके चेहरे पर और पैरों को बुरी तरह से काट लिया। बताया जा रहा है कि 3 भालुओं के एक साथ हमला करने की वजह से वह संभल नहीं पाए। उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम पहुंचकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

3 तेंदुए सड़क किनारे घूमते दिखे

वहीं शहर से सटे इलाको में अब भालू के बाद तेंदुए की भी दहशत देखी जा रही है। दो गांवों में तेंदुए सड़क किनारे नज़र आये। जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर नरहरपुर मार्ग पर डुमाली गांव के पास 3 तेंदुए सड़क किनारे घूमते दिखे। सिदेसर गांव के पास भी एक तेंदुआ नजर आया है। गांववालों को देखकर तेंदुआ भागते हुए बस्ती के एक सुनसान घर में घुस गया था। इसकी जानकारी ग्राम पंचायत ने वन विभाग चारामा को दी थी।

तेंदुआ बस्ती के एक घर में घुसा

वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी सहित कांकेर जिला प्रशासन के अधिकारी भी ग्राम सराधुनावागांव पहुंचे। ये घर सालों से बंद है और उसमें ताला लगा हुआ है। घरवाले किसी दूसरे गांव में रहते हैं। हालांकि घर में ताला लगा हुआ था, लेकिन उसके एक हिस्से में ऊपर की ओर थोड़ी सी जगह अंदर आने के लिए थी जिससे तेंदुआ घुस गया था। काफी मशक्कत के बाद तेंदुए को सुनसान घर से निकाला गया। इसके बाद तेंदुआ जंगल में चला गया। हालांकि वन विभाग की टीम तेंदुए के मूवमेंट पर नजर बनाए हुए है।

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