पंचतत्व में विलीन हुईं माता चंद्रकली की पार्थिव काया, बड़ी संख्या में एकत्र हुए लोग
भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ने अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि "सरोवर हमारी धरोहर" के प्रति बहुत जागरूक रहती थी। पढ़िए पूरी खबर-;
रायपुर। भनपुरी की प्रथम पार्षद एवं छत्तीसगढ़ी फिल्म 'घर-द्वार' की सह निर्मात्री स्व. चंद्रकली पांडे की पार्थिव काया भनपुरी के मुक्तिधाम में पंचतत्व में विलीन हो गई। उनके अंत्येष्टि संस्कार में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष मोतीलाल साहू, पूर्व विधायक नंदे साहू, भाजपा प्रदेश युवा मोर्चा के अध्यक्ष अमित साहू, संघ के सामाजिक समरसता प्रमुख भगवती प्रसाद शर्मा, कांग्रेस नेता विशाल शर्मा सहित अनेक गणमान्य लोग शामिल हुए।
भनपुरी के पूर्व उप सरपंच अजय साहू ने बताया कि अंत्येष्टि संस्कार के बाद हुए श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मोतीलाल साहू ने स्व. चंद्रकली पांडे को छत्तीसगढ़ी अस्मिता की पहचान बताते हुए कहा कि वे बेसहारों के लिए सहारा थी। सैकड़ों बेसहारा लोगों को अपनी जमीन प्रदान कर बसाने का कार्य किया था। पूर्व विधायक नंदे साहू ने अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्हें पर्यावरण से बहुत लगाव था।
भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ने अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि "सरोवर हमारी धरोहर" के प्रति बहुत जागरूक रहती थी। संघ के भगवती प्रसाद शर्मा ने कहा कि अपने पार्षद काल में उन्होंने भनपुरी में विकास कार्यों को एक नया आयाम दिया। कांग्रेस नेता विशाल शर्मा ने कहा की वे एक ममतामयी मां थी। अनेक लोगों ने अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी भरपाई करना कठिन है। श्रद्धांजलि सभा में स्व. चंद्रकली पांडे के सुपुत्र जय प्रकाश पांडे, भागवताचार्य जय किशोर पांडे, मानस मर्मज्ञ पूर्ण प्रकाश दुबे, विप्र समाज के सदानंद मिश्रा, जय कांत तिवारी, बंटी पांडे, प्रदीप मिश्रा, संजीव पांडे, सनातन धर्मोउत्थान समिति के संयोजक अजय साहू आदि ने सभी आगंतुकों के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट की।