आन्दोलन के लिए राजधानी आए पुलिस परिवारों की रात सज़ा की तरह गुजरी- महिलाएं-बच्चे मच्छरों गन्दगी से बेहाल
नवा रायपुर में विरोध के बाद सप्रे स्कूल में बना अस्थाई जेल (temporary jail)सच में महिलाओं के लिए कारावास साबित हुआ, दिन तो सज़ा की तरह बीता ही, रात भी इसी कैंपस में बितानी पड़ी। महिलाएं DGP अशोक जुनेजा(DGP Ashok Juneja) से मुलाकात करना चाहती थीं। सहायक आरक्षकों की इन पत्नियों ने मजबूरी में छोटे बच्चों के साथ गंदगी और मच्छर(amidst filth and mosquitoes) के बीच रात बिताई। पढ़िए पूरी ख़बर...;
रायपुर: बस्तर, रायगढ़, बिलासपुर जैसे शहरों से रायपुर पहुंची महिलाओं की मांग है कि इनके पतियों की वेतन विसंगति(salary discrepancy) को दूर किया जाए, पुलिस विभाग में उन्हें नियमित नौकरी दी जाए, रिटायरमेंट- पेंशन और अनुकंपा नियुक्ति(Retirement - pension and compassionate appointment) के नियम लागू किए जाएं। सोमवार की सुबह इन्हीं मांगों को लेकर ये महिलाएं PHQ घेरने पहुंची थीं। पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया। विरोध प्रदर्शन के बाद सप्रे स्कूल में बनाए अस्थाई जेल में महिलाओं का दिन बीता। रात भी इसी कैंपस में बितानी पड़ी।