CG News : प्लांट बना किसानों के लिए परेशानी का सबब, फसलें हुईं ख़राब... किसान बोले-मदद नहीं मिली आत्महत्या के अलावा कोई चारा नहीं
नगरनार स्टील प्लांट में पानी का ट्रीटमेंट प्लांट नहीं बनाये जाने से प्लांट से निकलने वाले केमिकल युक्त पानी से किसानों की फसलें ख़राब हो रही है। किसानों के खेतों में काली मिट्टी की परत चढ़ गयी है और फसलें बर्बाद हो रही है। पढ़िए पूरी खबर....;
जीवानंद हलधर-जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में केंद्र सरकार द्वारा बस्तरवासियों को रोजगार के साथ उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एशिया का सबसे बड़ा स्टील प्लांट नगरनार में लगाया गया था। स्टील प्लांट के निर्माण के लिए क्षेत्र वासियो ने एनएमडीसी को अपनी पुस्तैनी उपजाऊ जमीनें तक दे दी ताकि बस्तर में विकास को गति मिल सके। लेकिन अब ये स्टील प्लांट लापरवाही और कुप्रबंधन के चलते क्षेत्रवासियों के लिए अभिशाप बनता नजर आ रहा है। नगरनार स्टील प्लांट में पानी का ट्रीटमेंट प्लांट नहीं बनाये जाने से प्लांट से निकलने वाले केमिकल युक्त पानी से किसानों की फसलें ख़राब हो रही है। किसानों के खेतों में काली मिट्टी की परत चढ़ गयी है और फसलें बर्बाद हो रही है। किसानों ने कहा कि, हमारी सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गयी है यदि ऐसा ही चलता रहा तो आत्महत्या के अलावा हमारे पास दूसरा कोई विकल्प नहीं होगा।
पीएम मोदी ने किया था उद्घाटन
बस्तर के नगरनार में एनएमडीसी ने 24 हजार करोड़ की लागत से इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट बनवाया है। कुछ महीने पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टील प्लांट का वर्चुवल उद्घाटन प्लांट का शुभारंभ किया था। पिछले कुछ महीनों से प्लांट के अदंर से काला, गन्दा और आइल युक्त पानी निकल कर खेतों में जा रहा है। जिससे खेतों में खड़ी धान की फसल पूरी तरह से सड़ने लगी है। काले गंदे पानी की वजह से धान की बालियां पूरी तरह से सड़ने लगी है। कुछ खेतों में धान की कटाई भी की जा चुकी है पर उन फसलों को उठाते ही बालिया झड़ कर गिर रहीं है। अपने सामने खड़ी फसल को इस तरह बर्बाद होता देख किसान काफी चिंतित है। किसानों ने जिला सहकारी बैंक से कर्जा लेकर फसल की बुआई की थी परन्तु अब उनकी आस टूटती नजर आ रही हैं। नगरनार प्लांट से इन्द्रावती नदी तक करीब 2 सौ एकड़ खड़ी फसलों में प्लांट से निकले गंदे पानी ने पूरी की पूरी फसलें बर्बाद कर दी है।
दूषित पानी से फसलें हुई ख़राब, किसान हुए परेशान
स्टील प्लांट की इस हालत के बाद किसान सिर पर हाथ रख इस चिंता में हैं कि, अब वे बैंक से लिये गये कर्ज को कैसे चुकायेगें, उनका घर परिवार कैसे चलेगा, इलाके के किसानों का कहना है कि, खड़ी फसल बर्बाद हो चुकीं है अब सरकार की मदद के अलावा दूसरा कोई चारा हमारे पास नहीं है। सरकार अगर मदद नही करती है तो हमारे पास सिवाये आत्महत्या के दूसरा कोई विकल्प नहीं होगा। किसानों ने आगे कहा कि, करीब 7 सालों से नगरनार प्लांट के अंदर से मटमैला पानी खेतों तक आता था उससे फसलों को कोई नुकसान नही होता था परन्तु अब नगरनार प्लांट के अंदर से काला, गन्दा, बदबूदार और आइल युक्तपानी आने से फसलें पूरी तरह बर्बाद को चुकीं है। किसानों के अनुसार इस पानी से लोगों को तरह तरह की त्वचा सम्बंधित बीमारियां हो रहीं हैं। गांव के सरपंच ने कहा कि, हमने सैकड़ों बार प्रशासन को इस समस्या से अवगत कराया गया पर अभी तक प्रसाशन द्वारा का समाधान नही निकाला गया है। जिससे किसानों में भारी आक्रोश देखा जा रहा हैं। इधर बस्तर कलेक्टर ने मामले को संज्ञान लेकर जांच कराने की बात कही हैं।