फिर आई मास्क-सेनिटाइजर की याद, 30 फीसदी ज्यादा खपत

प्रदेश में पिछले दस दिनों से बढ़ते कोरोना केस को देखते हुए एक बार फिर मास्क और सेनेटाइजर की मांग तेजी से बढ़ी है। सप्ताहभर से थोक दवा बाजार में इसकी मांग में 20-30 फीसदी वृद्धि हुई है। कोरोना केस कम होने की वजह सर्जरी मास्क का उपयोग अस्पतालों तक सिमट गया था और सेनेटाइजर का प्रयोग भी लगभग बंद कर दिया गया था। कोरोना के बचाव के लिए लगाई जा रही वैक्सीन की पहुंच अभी सामान्य लोगों तक नहीं हुई है। रोजाना एक हजार से ज्यादा कोरोना केस सामने आने की वजह से लोगों में इसका डर बढ़ने लगा है और इससे बचाव के लिए किए जाने वाले सुरक्षा उपाय का प्रयोग पुन: शुरू हो गया है।;

Update: 2021-03-22 05:12 GMT

रायपुर. प्रदेश में पिछले दस दिनों से बढ़ते कोरोना केस को देखते हुए एक बार फिर मास्क और सेनेटाइजर की मांग तेजी से बढ़ी है। सप्ताहभर से थोक दवा बाजार में इसकी मांग में 20-30 फीसदी वृद्धि हुई है। कोरोना केस कम होने की वजह सर्जरी मास्क का उपयोग अस्पतालों तक सिमट गया था और सेनेटाइजर का प्रयोग भी लगभग बंद कर दिया गया था। कोरोना के बचाव के लिए लगाई जा रही वैक्सीन की पहुंच अभी सामान्य लोगों तक नहीं हुई है। रोजाना एक हजार से ज्यादा कोरोना केस सामने आने की वजह से लोगों में इसका डर बढ़ने लगा है और इससे बचाव के लिए किए जाने वाले सुरक्षा उपाय का प्रयोग पुन: शुरू हो गया है।

दवा कारोबार से जुड़े सूत्रों के मुताबिक कोरोना पीक होने की वजह से पिछले छह माह तक प्रदेश में केवल मास्क और सेनेटाइजर का कारोबार ही प्रतिमाह दस से पंद्रह करोड़ तक पहुंच गया था। इनकी खपत इतनी बढ़ गई थी कि दोनों सामग्रियों की कालाबाजारी का दौर शुरू हो गया था और शासन को औषधि विभाग के माध्यम से इसका स्टाक बराबर रखने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा था। उस दौरान इनके दाम भी अनाप-शनाप हो गए थे, मगर जैसे ही नवंबर से कोरोना के मामले घटने शुरू हुए, इनकी मांग घटती चली गई और जनवरी-फरवरी में सेनेटाइजर को कोई पूछने वाला तक नहीं था। मार्च के दूसरे सप्ताह में कोरोना के केस बढ़ने के साथ इनकी मांग फिर बढ़ने लगी है और सप्ताहभर में थोक दवा बाजार में मास्क के साथ सेनेटाइजर की बिक्री 20 से 30 लाख रुपए बढ़ी है। वहीं दवा दुकानों से लेकर अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में विभिन्न कंपनियों के सेनेटाइजर नजर आने लगे हैं।

मार्केट में फैंसी मास्क भी

कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ नगर-निगम की टीम द्वारा मास्क नहीं पहनने वालों पर किए जा रहे जुर्माने से बचने के लिए भी मास्क की आवश्यकता पड़ने लगी है। इसकी वजह से बाजार में एक बार फिर फैंसी मास्क ने जोर पकड़ा है। बाजार से लेकर कई फैंसी स्टोर्स और सड़क किनारे पर भी मास्क के बाजार सजने लगे है।

सेनेटाइजर बनाने थोक में आवेदन

कोरोना पीक के दौरान सेनेटाइजर के तेजी से बढ़ते कारोबार को देखते 50 से ज्यादा लोगों ने सेनेटाइजर बनाने के लिए आवेदन किया था। हालांकि केस कम होने के बाद आवेदक ठंडे पड़ गए थे। अभी जिस तरह मामले बढ़ने लगे हैं, उससे आने वाले दिनों में फिर इस प्रक्रिया की शुरुआत हो सकती है। पूर्व में अमानक सेनेटाइजर बनाने के मामले भी सामने आए थे।

बाजार में बढ़ी मांग

पिछले कुछ दिनों से बाजार में सेनेटाइजर और मास्क की डिमांड बढ़ गई है। इसे कोरोना के बढ़ते केस से जोड़कर देखा जा रहा है।

- लोकेश साहू, सचिव, जिला दवा विक्रेता संघ

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