इस जिले में 660 मेगावाट के दो नए संयंत्र, सीएम आज रखेंगे आधारशिला
कोरबा में 1320 मेगावाट का नया संयंत्र लगाया जा रहा है। इस सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर स्टेशन की आधारशिला मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शनिवार को रखेंगे। यह संयंत्र छत्तीसगढ़ को ऊर्जा के मामले में सर्वोच्च बनाए रखने की दिशा में एक और मील का पत्थर साबित होगा। पढ़िए पूरी खबर...;
रायपुर । छत्तीसगढ़ राज्य पॉवर कंपनी अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है। इसके पहले कदम में कोरबा में 1320 मेगावाट का नया संयंत्र लगाया जा रहा है। इस सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर स्टेशन की आधारशिला मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शनिवार को रखेंगे। यह संयंत्र छत्तीसगढ़ को ऊर्जा के मामले में सर्वोच्च बनाए रखने की दिशा में एक और मील का पत्थर साबित होगा। इससे छत्तीसगढ़ आने वाले भविष्य में अपनी आवश्यकताओं के लिए आत्मनिर्भर हो सकेगा। कोरबा घंटाघर मैदान पर शनिवार को सुबह 10.30 बजे शिलान्यास समारोह का आयोजन किया गया है। इसके मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होंगे। समारोह की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत करेंगे। समारोह में उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया, राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल, सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत, दीपक बैज समेत कई अतिथि मौजूद रहेंगे। समारोह में कोरबा के मेडिकल कॉलेज की भी आधारशिला रखी जाएगी।
मुख्यमंत्री की पहल पर बन रहा
इस संयंत्र को बनाने की पहले मुख्यमंत्री ने की है। उन्होंने 25 अगस्त 2022 को इस संयंत्र की स्थापना का निर्णय लिया था, जिस पर तेज गति से कार्य करते हुए छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी आवश्यक अनुमति एवं स्वीकृति प्राप्त की। भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय से टर्म ऑफ रिफसेन्स और कोयला मंत्रालय से कोल आबंटन प्रदान कर दिया गया है, जिसके बाद इसके लिए भूमिपूजन का कार्यक्रम तय किया गया है। इन दोनों संयंत्रों से 2029 और 2030 तक बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।
बढ़ेगी क्षमता
छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी की कुल उत्पादन क्षमता 2978.7 मेगावाट है। राज्य स्थापना के समय उत्पादन क्षमता 1360 मेगावाट थी। वर्तमान में छत्तीसगढ़ जीरो पॉवरकट स्टेट बना हुआ है। प्रदेश में तेज गति से हो रहे आर्थिक विकास से बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है। भविष्य की आवश्यकता को देखते हुए कोरबा में 660 मेगावाट के दो नए संयंत्र की स्थापना की जाएगी। यह 1320 मेगावाट का सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर स्टेशन प्रदेश का सबसे बड़ा और आधुनिक संयंत्र होगा।