आरक्षण पर बवाल : अब अनुसूचित जाति के लोग नाराज, सामाजिक कार्यक्रमों में मंत्रियों-नेताओं के विरोध का ऐलान
समाज के नेताओं ने कहा है कि, बिलासपुर में आयोजित मुख्यमंत्री और उनके अन्य मंत्रियों के 18 दिसंबर और 19 दिसंबर को तय कार्यक्रम का सामाजिक मंचों से बहिष्कार किया जाएगा। पढ़िए पूरी खबर...;
संदीप करिहार- बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में आरक्षण पर मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब अनुसूचित जाति वर्ग के आरक्षण को 16% से घटाकर 12% किए जाने का विरोध सतनामी समाज ने राज्य के मंत्रियों और कांग्रेस पार्टी के नेताओं को अपने सामाजिक कार्यक्रमों से बहिष्कार कर कड़ा विरोध की चेतावनी दी है। यही वजह है कि बिलासपुर में आयोजित मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके अन्य मंत्रियों के 18 दिसंबर और 19 दिसंबर 2022 को तय कार्यक्रम का सामाजिक मंचों से बहिष्कार किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि, सतनामी समाज के लोगों ने यहां तक कि चेतावनी दे दी है कि इसके बाद भी अगर कांग्रेसी नेता कार्यक्रमों में शिरकत करने पहुंचेंगे तो उन्हें काला झंडा दिखाकर विरोध किया जाएगा। इतना ही नहीं सतनामी समाज के लोगों ने आंदोलन को प्रदेश स्तरीय करने की चेतावनी दी है। समाज के लोगों ने आगामी 2023 के विधानसभा चुनाव में देख लेने की बात कही है।
होगा मंत्रियों का विरोध : बंजारा
सामाजिक नेता जितेंद्र बंजारा ने कहा कि, आरक्षण कम करने को लेकर सतनामी समाज ने सरकार के मंत्रियों के कार्यक्रम और दौरे का विरोध करने की चेतावनी दी है। अनुसूचित जाति वर्ग के आरक्षण प्रतिशत को कम करने के विरोध में कार्यक्रम के बहिष्कार का ज्ञापन देकर चेतावनी दी है।
पार्टी और मंत्रियों को झेलना पड़ेगा विरोध : बर्मन
वहीं संजीत बर्मन ने कहा कि पूरे प्रदेश में सतनामी समाज के सामाजिक मंचों पर कड़ा विरोध करने को लेकर राज्य सरकार के मंत्रियों और राजनीतिक कांग्रेस पार्टी को झेलना पड़ेगा। 18 दिसंबर और 19 दिसंबर 2022 को आयोजित प्रस्तावित कार्यक्रमों का विरोध कर आपत्ति करेंगे।