अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, तहसीलदार और टीआई को कहा- 'लिखित में दो तब जाने देंगे'
अवैध रेत उत्खनन को लेकर ग्रामीणों का प्रदर्शन जारी है, महिलाओं ने तहसीलदार और टीआई को बिठा लिया है। पढ़िए पूरी खबर-;
कोरिया। छत्तीसगढ़ में रेत माफिया के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। राज्य सरकार लगातार रेत माफिया पर नियंत्रण पाने का दावा करती रही है लेकिन माफिया की सक्रियता से सरकार के दावे झूठे साबित होते रहे हैं। वहीं कोरिया के भरतपुर के हरचोख में ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अवैध रेत उत्खनन को लेकर ग्रामीणों का प्रदर्शन जारी है। हरचोखा में महिलाओं ने तहसीलदार और टीआई को बिठा लिया है। अधिकारियों से कहा जा रहा है कि- 'लिखित में दो तब जाने देंगे'
बता दें अवैध रेत उत्खनन को लेकर ग्रामीण कल से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप प्रशासन के संरक्षण में उत्खनन हो रहा है। मामले ने तूल पकड़ा तो तहसीलदार और टीआई मौके पर पहुंचे और हालात पर काबू पाने की कवायद में जुट गये। लेकिन ग्रामीण अवैध रेत उत्खनन बंद करने की मांग पर अड़े हुए हैं।
घटना की जानकारी मिलने पर भाजपा नेता जिला पंचायत सदस्य रविशंकर सिंह और आम आदमी पार्टी भी मौके पर पहुंची। ग्रामीणों के साथ वह भी अवैध रेत उत्खनन का विरोध कर रही है। तहसीलदार ने ठेकेदार के लोगों से कागजात मांगे लेकिन ठेकेदार के लोग अभी तक कागजात नहीं ला पाए हैं।
वहीं हरचोखा में महिलाओं ने तहसीलदार और टीआई को बिठा लिया है, उनका कहना है कि लिखित में दो तब जाने देंगे। अवैध रेत उत्खनन को लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त गुस्सा देखने को मिल रहा है। वहीं विपक्ष भी मौके पर उपस्थित है। इसके अलावा ग्रामीण गोली मारने की धमकी वाले को भी गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि कोरिया जिले के भरतपुर सोनहत क्षेत्र में रेत का अवैध कारोबार चरम सीमा पर चल रहा है वहीं जिले की खनिज शाखा विभाग मूकदर्शक बने बैठी हुई है।
कोरिया जिले में रेत को लेकर शासकीय गाइडलाइंस बनाई गई है, साथ ही शासकीय शुल्क जमा करने के पश्चात रेत का उत्खनन किया जाना होता है किंतु जहां एक तरफ रेत ठेकेदारों की मनमानी तरीके से रेत का अवैध कारोबार किया जा रहा है। वहीं जारी पीट पास पर रेत का मूल्य भी अंकित नहीं रहता, साथ ही जिला खनिज विभाग हाथ पर हाथ रखे बैठा हुआ है।