बस्तर में ये कैसी शिक्षा: प्राइमरी स्कूल के बच्चे गा रहे पीएम और उनके पालकों को अपशब्द कहते हुए गीत.. वीडियो हुआ वायरल

अब सवाल यह उठता है कि, सुदूर बस्तर के बच्चों को ऐसे गाने सिखा कौन रहा है। क्या नक्सलियों के लिखे गीत बच्चे गा रहे हैं। या फिर और किसी सियासी मकसद से किसी ने इन बच्चों के मन में जहर भरने का कुत्सित प्रयास किया है? पढ़िए पूरी खबर..;

Update: 2023-06-26 10:38 GMT

गणेश मिश्रा-बीजापुर। छत्तीसगढ़ में आज से नए शिक्षा सत्र की शुरुआत हो गई है। पूरे जोर-शोर के साथ शाला प्रवेश उत्सव भी मनाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर बीजापुर जिले से एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है। इस वीडियों में नन्हे- मुन्ने बच्चे स्कूल प्रांगण में नाचते गाते दिख रहे हैं। नाचते हुए गोंडी में बच्चे जो गीत गाते हुए सुनाई दे रहे हैं, उसमें वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चोर बता रहे हैं और प्रधानमंत्री के माता-पिता के लिए भी गलत वाक्यों का प्रयोग कर रहे हैं। अब सवाल यह उठता है कि, सुदूर बस्तर के बच्चों को ऐसे गाने सिखा कौन रहा है। क्या नक्सलियों के लिखे गीत बच्चे गा रहे हैं। या फिर और किसी सियासी मकसद से किसी ने इन बच्चों के मन में जहर भरने का कुत्सित प्रयास किया है?

वायरल हो रहा वीडियो

बीजापुर में पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया में एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें अंदरूनी इलाके में संचालित एक स्कूल के नन्हें नन्हें बच्चे नृत्य करते हुए देश के प्रधानमंत्री को चोर बोलते हुए नजर आ रहे हैं। गोंडी में बनाये गए गाने में बच्चे प्रधानमंत्री को जहां चोर की उपाधि दे रहे हैं वहीं ये गाने के माध्यम से भी कहते नजर आ रहे हैं कि मोदी के माता पिता चाय बेचते थे और वहीं से प्रधानमंत्री जनता के बीच आये हैं।

वीडियो की सच्चाई जांची जानी चाहिए

इस वीडियो के सत्य और आरिजनल होने की गारंटी तो हम नहीं दे सकते लेकिन इसकी सच्चाई जांची जानी चाहिए। यह वीडियो किस सरकारी स्कूल के बच्चों का है या नक्सलियों के स्कूल का यह भी अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। परन्तु बच्चों के यूनिफॉर्म को देखकर यही प्रतीत हो रहा है कि बच्चे सरकारी स्कूल के छात्र है, पर वीडियो और गाने के बोल में जो कुछ भी नजर और सुनाई आ रहा है, वो इस बात की जरूर गवाही दे रहा है कि, कहीं न कहीं नक्सल प्रभावित इलाके के बच्चों को गलत शिक्षा और दिशा प्रदान की जा रही है।

वर्षों से बंद अनेक स्कूल खुलवाए गए

पिछले साढ़े चार सालों में जिले भर में नक्सल प्रभावित इलाकों में सलवा जुडूम के दौर में बन्द किये गए करीब 300 स्कूलों को पुनः खोला गया है, हो सकता है कि यह वीडियो उन्हीं में से किसी स्कूल का हो पर inh24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

Tags:    

Similar News