हड़ताल पर कर्मचारी, लकड़ी तस्कर बेखौफ : दिन में पेड़ों की कटाई और रात में करते हैं तस्करी, ग्रामीणों में आक्रोश
सीतापुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के सीतापुर में बगैर अनुमति के लकड़ी तस्कर बेखौफ होकर अवैध रूप से पेड़ों की कटाई कर रहे हैं। वन विभाग के कर्मचारियों के हड़ताल पर होने के कारण विभागीय कार्रवाई के अभाव में लकड़ी तस्कर मशीन से अब तक अनगिनत पेड़ काट दिए हैं। तस्करों की ओर से किए जा रहे बेखौफ पेड़ कटाई से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। ग्रामीणों ने अवैध रूप से पेड़ों की कटाई करने वाले तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई की माँग की है, ताकि पेड़ों की अवैध कटाई पर रोकथाम हो सके।
दिन में पेड़ों की कटाई और रात में तस्करी
उल्लेखनीय है कि अनुविभाग वन क्षेत्र के गाँव सरमना में लकड़ी तस्करों की ओर से बगैर अनुमति के बेखौफ होकर पेड़ों की कटाई की जा रही है। वन अमले के हड़ताल में होने का फायदा उठाते हुए लकड़ी तस्करों ने मशीन से अनगिनत पेड़ काट दिए हैं। विभागीय कार्रवाई और धर पकड़ के अभाव में लकड़ी तस्कर दिन में पेड़ों की कटाई कर देर रात तक वाहन से लकड़ी की तस्करी करते हैं। ग्रामीणों के विरोध करने पर बाहर से आए लकड़ी तस्कर पवन यादव और प्रमोद यादव ग्रामीणों को डरा धमका कर चुप करा देते हैं।
ग्रामीणों ने की कार्रवाई की मांग
इस संबंध में ग्रामीणों ने संबंधित विभाग के अधिकारियों के अलावा राजस्व विभाग के अधिकारियों को भी अवगत कराकर कार्रवाई की माँग की थी। लेकिन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर होने की वजह से अधिकारियों ने कार्रवाई में रुचि नही लीं, जिसका लकड़ी तस्करों ने जमकर फायदा उठाया। इतना ही नहीं मशीन लगाकर तस्करी के लिए अनगिनत पेड़ों की बलि चढ़ा दी गई। इस अवैध कटाई की भनक लगने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों संग पंच-सरपंच जब मौके पर इसका विरोध करने पर पहुँचे तब लकड़ी तस्कर वहाँ से भाग खड़े हुए। ग्रामीणों ने बताया कि लकड़ी तस्कर यहाँ काफी समय से लकड़ी की अवैध कटाई कर रहे हैं। पेड़ कटाई के लिए प्राप्त अनुमति दिखाने की बात पर ना-नुकुर करने लगते हैं और डरा धमका कर मुँह बंद करा देते हैं। अब इस संबंध में ग्रामीणों ने लकड़ी तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है, ताकि पेड़ों की अवैध कटाई बंद हो जाए।