KMP पर हादसा : सडक़ पार कर रही तीन छात्राओं को कार ने मारी टक्कर, एक की मौत, दो गंभीर

गांव तुर्कपुर की तीन छात्राएं मंडोरी गांव के स्कूल में जा रही थी, तेज गति से आ रही एक कार ने उन्हें टक्कर मार दी, जिससे छात्रा मानसी की मौके पर ही मौत हो गई।;

Update: 2021-10-04 09:18 GMT

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत

खरखौदा थाना क्षेत्र में गांव मंडौरी के पास केएमपी पर तेज रफ्तार का कहर देखने को मिला। तेज रफ्तार कार ने सड़क पार कर रही तीन छात्राओं को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में तीनों छात्राएं गंभीर रूप से घायल हो गई। राहगीरों की मदद से घायलों को उपचार के लिए नागरिक अस्पताल सोनीपत में लाया गया। जहां से चिकित्सक ने दो छात्राओं की हालत गंभीर होने के चलते रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया। परिजन एक छात्रा को निजी अस्पताल में लेकर घुमते रहे। रास्ते में छात्रा ने दम तोड़ दिया। उसके बाद छात्रा को अस्पताल में लाया गया। मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। पुलिस कार चालक की तलाश कर रही है।

गांव तुर्कपुर निवासी छात्रा शिक्षा ने बताया कि वह आठवी कक्षा की छात्रा है और मंडौरी स्थित सरकारी कन्या स्कूल में पढ़ती है। उसके साथ गांव की ईशा 12वीं कक्षा व मानसी आठवीं कक्षा में पढ़ती है। तीनों सोमवार सुबह घर से स्कूल के लिए निकली थी। केएमपी पर सड़क पार करते हुए खरखौदा की तरफ से आ रही तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे में तीनों गंभीर रूप से घायल हो गई। उनको राहगीरों की मदद से नागरिक अस्पताल सोनीपत में लाया गया। जहां चिकित्सक ने मानसी व ईशा को गंभीर हालत के चलते रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया। अस्पताल में मानसी की हालत ज्यादा खराब थी। परिजन उसे लेकर निजी अस्पताल में पहुंचे। जहां से उन्हें रेफर कर दिया। उसके बाद दूसरे निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे। जहां से उन्हें निराशा मिली। परिजन उसे लेकर रोहतक जाने लगे तो रास्ते में छात्रा की मौत हो गई। मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची खरखौदा थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने कार चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

मानसी के पिता की हो चुकी हत्या, पढ़ाई में थी होनहार

परिजनों ने मिली जानकारी के अनुसार मानसी बचपन से ही पढ़ाई में होशियार थी। पढ़ाई को लेकर दूसरे गांव में जाने पर किसी प्रकार की हिचक नहीं होती थी। अपने सहेलियों के साथ हर रोज समय से स्कूल पहुंचती थी। जानकारी मिली कि मानसी के पिता की कहासुनी की रजिंश के चलते गांव में ही चाकू गोदकर वर्ष 2015 में हत्या कर दी थी। जिसके बाद मानसी की मां ने उसे कड़ी मेहनत कर पालन-पोषण किया था। छात्रा की मौत के बाद गांव में मातम छाया हुआ है।

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