बहादुरगढ़ : ग्लेंडर वायरस से घोड़ी की मौत, हिसार से पहुंचे विशेषज्ञों ने लिए पशुओं के सैंपल
इसी पशुपालक की एक घोड़ी 8 सितंबर और दूसरी घोड़ी 17 सितंबर को मर गई थी। अब उसकी तीसरी घोड़ी की भी मौत हो है। हालांकि इसमें ग्लेंडर्स वायरस की पुष्टि हुई है।;
हरिभूमि न्यूज : बहादुरगढ़
गांव कानोंदा में ग्लेंडर संक्रमित की मौत हो गई। मंगलवार को हिसार से विशेषज्ञों की एक टीम यहां पहुंची और संक्रमित घोड़ी के संपर्क में आए पशुओं के सैंपल लिए। साथ ही उसे दफनाया गया। इससे पहले भी इसी पशुपालक की दो घोड़ियों की मौत हो चुकी है।
दरअसल, बहादुरगढ़ के गांव कानोंदा में विवाह में प्रयोग होने वाली घोड़ी की मौत हो गई। उसमें ग्लैंडर्स वायरस की पुष्टि हुई है। इसी पशुपालक की एक घोड़ी 8 सितंबर और दूसरी घोड़ी 17 सितंबर को मर गई थी। अब उसकी तीसरी घोड़ी की भी मौत हो है। हालांकि इसमें ग्लेंडर्स वायरस की पुष्टि हुई है। आशंका है कि पहली दोनों घोड़ियां भी इसी बीमारी की चपेट में आई होंगी। पशु विज्ञानी हरिशंकर के अनुसार ग्लैंडर्स वायरस घोड़ों में पाए जानी वाली एक जानलेवा लाइलाज बीमारी है। उनकी टीम ने आसपास के क्षेत्र में पशुओं के सैंपल लिए हैं। जिनकी जांच हिसार लैब में होगी। बहरहाल, जेसीबी मशीन से गड्ढा खोद कर संक्रमित घोड़ी को गहरे गड्ढे में दफन कर दिया गया।