मां भीमेश्वरी देवी मंदिर : नवरात्र पर्व में नहीं होगा बेरी मेले का आयोजन, फेसबुक पेज पर आरती का लाइव प्रसारण होगा
नवरात्र पर्व में बेरी में किसी को भी भंडारे अथवा लंगर, छबील आदि लगाने की अनुमति नहीं रहेगी। पर्व के दौरान तहेबाजारी पर भी प्रतिबंध रहेगा। मंदिर में आरती केवल पुजारी द्वारा ही की जाएगी और अन्य कोई भी व्यक्ति आरती के दौरान शामिल नहीं हो सकता है।;
हरिभूमि न्यूज : झज्जर
धार्मिक नगरी बेरी स्थित मां भीमेश्वरी देवी मंदिर में आगामी 13 अप्रैल से शुरू हो रहे नवरात्र पर्व में कोरोना वैश्विक महामारी के चलते नवरात्र मेले व पशु मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा। यह आदेश डीसी जितेंद्र कुमार ने बुधवार को नवरात्र पर्व के मद्देनजर अधिकारियों की आयोजित बैठक में दिए। उन्होंने श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर घर पर रहकर ही नवरात्र पर्व में पूजा अर्चना करने की अपील की है।
13 अप्रैल से शुरू हो रहे नवरात्र पर्व: डीसी ने कहा कि 13 अप्रैल से नवरात्र पर्व आरंभ हो रहे हैं, ऐसे में बेरी स्थित मां भीमेश्वरी देवी बेरी में लगने वाला नवरात्र मेला कोरोना महामारी के चलते नहीं लगेगा। उन्होंने कहा कि डिजीटल तकनीक के साथ अब श्रद्धाल घर पर ही इस बार भी मां भीमेश्वरी देवी बेरीवाली लाइव फेसबुक पेज से जुड़कर सुबह व सांय की आरती में भागीदार बन सकते हैं। स्वास्थ्य सुरक्षा के दृष्टिगत कोरोना वैक्सिनेशन बूथ मंदिर परिसर के पास बनाया जाएगा तथा मास्क व सैनेटाइजर की उपलब्धता मंदिर परिसर में रहेगी। नवरात्र पर्व में बेरी में किसी को भी भंडारे अथवा लंगर, छबील आदि लगाने की अनुमति नहीं रहेगी। पर्व के दौरान तहेबाजारी पर भी प्रतिबंध रहेगा। मंदिर में आरती केवल पुजारी द्वारा ही की जाएगी और अन्य कोई भी व्यक्ति आरती के दौरान शामिल नहीं हो सकता है। ऐसे में श्रद्धालुओं को फेसबुक लाइव से ही माता भीमेश्वरी देवी मंदिर की आरती में दर्शन कराए जाएंगे।
आरती में भागीदार बनने के लिए फेसबुक पेज पर जुड़ सकते हैं श्रद्धालु
एसडीएम रविंद्र कुमार ने बताया कि प्रशासन की ओर से नवरात्र पर्व में लोग बेरी मंदिर में न आकर घर पर ही रहकर पूजा अर्चना कर सकें इसके लिए फेसबुक पेज बनाया गया है। मां भीमेश्वरी देवी बेरीवाली लाइव फेसबुक पेज पर ब्लूडब्लूडब्लू.फेसबुक.कॉम/बेरीवालीमांभिमेश्वरी/ नवरात्र पर्व के दौरान आरती का सीधा प्रसारण देखते हुए भागीदार बन सकते हैं और लोग अपने घर पर ही रहकर पूजा अर्चना अपने परिवार सहित कर सकते हैं।