गुुरुग्राम में CM फ्लाइंग ने किया फर्जी अस्पताल का भंडाफोड़, संचालक सहित तीन गिरफ्तार, देखें वीडियो
अस्पताल के रिकार्ड में काफी जाली मेडिकल सर्टिफिकेट भी मिले हैं। यही नहीं आपातकालीन वार्ड में कई जीवन रक्षक दवाइयां एक्सपायर डेट की मिलीं। चार स्टांप डा. समित बंसल, डा. धर्मेंद्र, डा. अभेंद्र और श्री बालाजी अस्पताल के नाम की मिली।;
हरिभूमि न्यूज : गुुरुग्राम
सीएम फ्लाइंग स्क्वाड ने फाजिलवास मार्केट में अवैध रूप से संचालित निजी अस्पताल का भंडाफोड़ किया है। सीएम फ्लाइंग स्क्वाड ने मौके से संचालक बिट्टू यादव, सोनू कुमार और डा. धर्मेंद्र को काबू कर बिलासपुर थाना पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। सीएम फ्लाइंग स्क्वाड को मंगलवार शाम सूचना मिली कि पचगांव-तावड़ू रोड पर गांव फाजिलवास मार्केट में श्री बालाजी नाम से एक निजी अस्पताल अवैध रूप से संचालित किया जा रहा है। जिसका संचालन गांव बाघनकी निवासी बिट्टू यादव कर रहा है। जिसमें 14-15 बेड की सुविधा है और 24 घंटे खुला रहता है। जिला स्वास्थ्य विभाग और जिला ड्रग कंट्रोलर की संयुक्त टीम बनाकर छापेमारी की तो डाक्टर की सीट पर जींद जिले के गांव नंदगढ़ निवासी सोनू कुमार बैठा था।
मौके पर अस्पताल संचालक बिट्टू यादव सहित 10 नर्सिंग और सफाई कर्मचारी मौजूद थे। सोनू कुमार से उसकी डाक्टरी की डिग्री मांगी गई लेकिन वह पेश नहीं कर सका। पूछताछ करने पर सोनू ने टीम को बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीजों का इलाज डा. धर्मेंद्र द्वारा किया जाता है। डा. धर्मेंद्र को बुलाया गया तो उसने बताया कि वह श्री बालाजी अस्पताल में गत वर्ष एक अगस्त से सैलरी पर काम कर रहा है। मरीजों के इलाज की फाइलों में उसके हस्ताक्षर नहीं हैं क्योंकि वह पिछले दो महीने से अस्पताल नहीं आ रहा था। उसके नाम की स्टांप का दुरुपयोग किया जा रहा था। छानबीन में यह भी सामने आया कि अस्पताल में बिना महिला डाक्टर के गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी और सीजेरियन किया जाता था। बिना सर्जन के कई मरीजों की सर्जरी की गई थी।
यह भी सामने आया कि सभी मरीज डा. धर्मेंद्र के नाम पर ही भर्ती किए गए थे। लेकिन फाइलों के भीतर दूसरे डाक्टरों के हस्ताक्षर थे। अस्पताल के रिकार्ड में काफी जाली मेडिकल सर्टिफिकेट भी मिले हैं। यही नहीं आपातकालीन वार्ड में कई जीवन रक्षक दवाइयां एक्सपायर डेट की मिलीं। चार स्टांप डा. समित बंसल, डा. धर्मेंद्र, डा. अभेंद्र और श्री बालाजी अस्पताल के नाम की मिली। इस बारे में सीएम फ्लाइंग स्क्वाड की गुरुग्राम टीम के प्रभारी डीएसपी इंद्रजीत यादव का कहना है कि अस्पताल के संचालन के लिए आवश्यक एक भी कागजात संचालक नहीं दिखा पाया। इससे साफ हो गया कि अवैध रूप से अस्पताल का संचालन किया जा रहा था। इसके बाद मौके से तीन को काबू कर बिलासपुर थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया। इस मामले में कई अन्य से भी पूछताछ की जाएगी।