जलभराव से मकानों में आई दरार : 14 मकानों पर गिरने का बना खतरा

गांधी नगर कॉलोनी में जनस्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण दर्जनों मकानों में दरारें आ गई। कुछ मकान गिराने की कगार पर है। शहर से बरसाती पानी निकासी की पुख्ता व्यवस्था नहीं है। तेज बारिश के बाद करीब दो साल पहले जनस्वास्थ्य विभाग ने शहर का बरसाती पानी निकालकर बंद पड़ी सीसीआई फैक्ट्री में डाला था। लेकिन उसे निकालना भूल गया, जिससे लोगाें को परेशानी हो रही है।;

Update: 2023-03-30 13:59 GMT

हरिभूमि न्यूज चरखी दादरी । गांधी नगर कॉलोनी में जनस्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण दर्जनों मकानों में दरारें आ गई। कुछ मकान गिराने की कगार पर है। शहर से बरसाती पानी निकासी की पुख्ता व्यवस्था नहीं है। सीवर व बरसाती नाले गंदगी से अटे रहते हैं। तेज बारिश के बाद करीब दो साल पहले जनस्वास्थ्य विभाग ने शहर का बरसाती पानी निकालकर बंद पड़ी सीसीआई फैक्ट्री में डाला था। विभाग ने शहर को तो बाढ़ से बचा लिया। इसके बाद बारिश होते ही पानी सीसीआई परिसर में ही डाला जाने जगा।

फैक्ट्री की सैकड़ों एकड़ जमीन ने तालाब का रूप ले लिया है, लेकिन विभाग ने फैक्ट्री में पानी डालकर गांधी नगर के हजारों लोगों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है। फैक्ट्री में डाला गया पानी साथ लगती गांधी नगर कालोनी तक पहुंच गया। दर्जनों मकानों में दरार आने के कारण गिरने तक की नौबत आ गई है। दो दिन पूर्व ही फैक्ट्री में जमा पानी में डूबने से एक युवक की मौत हो चुकी है। करीब 40 साल पुरानी सीवर लाइन से पानी निकासी आसानी से संभव नहीं है। 40 साल पहले जो सीवर लाइन डाली गई थी, उसी से पानी निकाला जा रहा है, लेकिन आबादी कई गुणा बढ़ गई है।

दो साल पहले तेज बरसात के बाद जनस्वास्थ्य विभाग ने पानी फैक्ट्री परिसर में डाल दिया। पहले प्रशासन का दावा था कि कुछ दिन बाद सीसीआई परिसर से पानी निकाल दिया जाएगा। मगर ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद जब भी बारिश हुई तो जनस्वास्थ्य विभाग ने शहर का पानी सीसीआई में ही डाला। जिसके चलते सीसीआई फैक्ट्री का पानी साथ लगती गांधी नगर कालोनी तक पहुंच गया। दो साल से लगातार पानी खड़ा है। पानी ठहराव के कारण दर्जनों मकानों में दरार आ गई है। वहां के निवासी मुख्यमंत्री तक गुहार लगा चुके हैं, मगर हर बार आश्वासन ही मिला।

जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता एसएन गौड़ ने बताया कि सीमेंट फैक्ट्री में जमा पानी निकासी के लिए पाइप लाइन बिछाई जा रही है। जिसका काम अंतिम चरण में चल रहा है, जल्द पानी की निकासी शुरू कर दी जाएगी। उनका प्रयास है कि जल्द फैक्ट्री परिसर में जमा पानी को निकाल दिया जाए।

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