पेंशन कटने पर हरियाणा मानवाधिकार आयोग की शरण में पहुंचे बुजुर्ग, अफसरों को फटकार

आयोग की फुल बेंच ने कईं मामले संज्ञान में होने और पिछले दिनों बुजुर्गों के चंडीगढ़ आने जैसे पूरे मामलों पर उन्होंने संज्ञान लिया है। हरियाणा मानवाधिकार आयोग के सदस्य जस्टिस केसी पुरी ने एक मदनलाल के मामले में बुजुर्ग पेंशन तुरंत जारी करने को कहा है।;

Update: 2022-09-26 17:06 GMT

चंडीगढ़। बुढ़ापा और अन्य श्रेणियों की पेंशन काटने, अचानक बंद कर देने से परेशान बुजुर्ग गत दिनों राजधानी चंडीगढ़ पहुंचकर सीएम आवास पर पीड़ा बयां कर चुुके हैं। वहीं इसके बाद भी विभिन्न जिलों से इस तरह के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब अचानक पेंशन रोक दिए जाने और काट दिए जाने से परेशान लोगों ने हरियाणा मानवाधिकार आयोग के पास शरण लेने की शुरुआत कर दी है। आयोग ने कईं मामलों में हरियाणा समाज कल्याण विभाग को उनकी समस्या तुरंत ही दूर करने का आदेश दिया है। वहीं उन्होंने विभागीय अफसरों, कर्मियों को साफ कर दिया है कि सरकार तो कल्याणकारी योजना बना रही है, लेकिन अधिकारियों, कर्मियों द्वारा मामले में लापरवाही देखने में आ रही है, कईंं तकनीकी कारणों से पेंशन रोकने के स्थान पर उसका हल निकाल लेना जिम्मेदारी का काम है।

आयोग की फुल बेंच ने कईं मामले संज्ञान में होने और पिछले दिनों बुजुर्गों के चंडीगढ़ आने जैसे पूरे मामलों पर उन्होंने संज्ञान लिया है। हरियाणा मानवाधिकार आयोग के सदस्य जस्टिस केसी पुरी ने एक मदनलाल के मामले में बुजुर्ग पेंशन तुरंत जारी करने को कहा है। पुरी का कहना है कि बैंक खाते से पैसा नहीं निकालने के कारण उसकी पेंशन रोक दी गई, बाद में उसका एरियर नहीं दिया जा रहा था। जबकि आयोग के निर्देश पर बिलासपुर शमशेर सिंह के मामले में अप्रैल 2011 से लेकर दिसंबर तक का एरियर था, जिसको भुगतान कर दिया गया था। पुरी का कहना है कि आयोग नवंबर तक एक मामले में सुनवाई के बाद सभी मामलों को लेकर दिशा निर्देश जारी कर दिए जाएंगे। आयोग ने यह भी साफ कर दिया है कि हर बुजुर्ग हर माह बैंक में जाकर वाउचर से पेमेंट नहीं निकाल सकता, अगर विभाग को कोई दिक्कत है, तो 2016 का सर्कुलर विड्रा कर ले। ताकि कोई नया रास्ता निकाला जा सके।

सरकार अपनी ओर से बना रही बेहतर स्कीम

हरियाणा मानवाधिकार आयोग की बेंच बुुढ़ापा पेंशन के कईं मामलों में सुनवाई कर रही है। आयोग के पास में काफी मामले पहुंच रहे हैं, आयोग ने इन मामलों में सुुनवाई के बाद साफ कर दिया है कि सरकार तो ठीक योजना बनाकर बुुजुर्ग लोगों के कल्याण का काम कर रही है लेकिन हरियाणा समाज कल्याण विभाग के अफसरों औऱ कर्मियों को गंभीरता के साथ में काम करना होगा। बिना वजह से बुजुर्गु लोगों को परेशान नहीं करें,, क्योंकि कईं बुजुर्ग हर महीने बैंकों की शाखा तक नहीं जा सकते। आयोग की फुल बेंच ने पिछले दिनों रोहतक, सोनीपत, भिवानी, नारनौल जैसे जिलों के मामले मीडिया की सुर्खियों को भी नोट किया है। भविष्य में आयोग इस संबंध में कोई विस्तृत आदेश भी जारी करेगा ताकि एक-एक कर बुजुर्गों को धक्के नहीं खाने पड़ें।

बस भरकर नवीन जयहिंद पहुंचे थे बुजुुर्ग लोगोंं के साथ

आप के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और समाजसेवी नवीन जयहिंद बुजुर्ग लोगों को बस में भरकर चंडीगढ़ आए थे,, यहां प्रेस क्लब में सभी ने मीडिया से रूबरू होकर सारे मसले के बारे में विस्तार से बातचीत रखी थी। जिसमें खामियां यहां तक थी कि जिदों को मुर्दा बता दिया गया औऱ मुर्दों को जिंदा, इसके अलावा विधवा महिलाओं को कहा गया कि उन्होंने दोबारा से शादी कर ली है। बाद में बढ़ापा पेंशन और बाकी पेंशन में झंझट को लेकर सीएम के आवास पर सभी पहंचे थे, जिसके बाद चंडीगढ़ सेक्टर तीन के थाने में पेंशन के कागज ठीक कर दिए गए थे। बाद में सभी अपने अपने जिलों में लौट गए थे।

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