लापरवाही : सोनीपत नागरिक अस्पताल का आपातकालीन कक्ष बीमार, प्रबंधन नहीं ले रहा सुध
नागरिक अस्पताल 200 बेड की सुविधा है। अस्पताल की ईमारत काफी जर्जर हो चुकी है। जिसके चलते कई हिस्सों में पानी टपकने व सीलन की समस्या का सामान र्प्रबंधन को करना पड़ रहा है। मरीजों के उपचार करने वाले अस्पताल को खुद के उपचार की आवश्यता है।;
सोनीपत नागरिक अस्पताल (Sonipat Civil Hospital) में प्रबंधन की लापरवाही के चलते आपातकालीन कक्ष में तैनात चिकित्सक व कक्ष में आने वाले मरीजों को उठाना पड़ रहा हैं। कक्ष में एक मात्र बेड के लघु आप्रेशन कक्ष में छत से कई दिनों से पानी टपक रहा हैं। कक्ष में तैनात स्वास्थ्य कर्मचारियों को पानी टपकने की समस्या से निजात पाने के लिए डिब्बा रखा हुआ हैं। जिसमें छत से टपकने वाला पानी जमा हो रहा है। दो दिन पहले कायाकल्प की टीम अस्पताल में पहुंची थी। टीम ने अस्पताल के भवन को लेकर अस्पताल प्रबंधन को मौखिक तौर से दिशा-निर्दश देते हुए मरम्मत करवाने के लिए कहा था।
बता दें जिले का नागरिक अस्पताल 200 बेड की सुविधा है। अस्पताल की ईमारत काफी जर्जर हो चुकी है। जिसके चलते कई हिस्सों में पानी टपकने व सीलन की समस्या का सामान र्प्रबंधन को करना पड़ रहा है। मरीजों के उपचार करने वाले अस्पताल को खुद के उपचार की आवश्यता है। अस्पताल का आपातकालीन कक्ष खुद बीमार पड़ा हुआ हैं। उसकी छत कई दिनों से टपक रही है। कक्ष में विभाग के आदेश पर तैयार किए मात्र एक बेड लघु आर्प्रेशन कक्ष की हालत बेहद खराब हैं। बेड पर भर्ती मर्जी को अपने उपचार के साथ-साथ छत से टपकने वाले पानी का ध्यान रखना पड़ रहा है। गत दो दिनों पहले अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कक्ष में कुछ सुधार को लेकर प्रबंधन को दिशा-निर्देश दिए थे, उसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन कुंभकर्णी नींद सोए हुए है। दिन-रात कक्ष से टपकने वाले पानी ने स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ-साथ मरीजों की नींद उड़ा रखी है। मामला संज्ञान में आने के बाद भी प्रबंधन की तरफ से किसी प्रकार के ठोस कदम नहीं उठाएं जा रहे है।
मरम्मत की आवश्यकता, लाखों रुपये कीमत की मशीन है रखी
नागरिक अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में पानी के टपकने की समस्या नई नहीं है। कक्ष में दिन-रात पानी टपकता रहता है। कक्ष में महज एक ही लघु आप्रेशन कक्ष बनाया हुआ है। जिसमें एक बेड आपातकालीन स्थिति में आने वाले मरीज के लिए रखा हुआ है। उसी बेड पर पानी टपकने से मरीज को उपचार के साथ-साथ पानी टपकने की समस्या से जूझाना पड़ता है। स्वास्थ्य कर्मी की तरफ से फर्श गिला होने से बचाने के लिए बेड पर डिब्बा रखा दिया है। छत से टपकता पानी डिब्बे में गिरता है। डिब्बा भरने पर उसे खाली कर दिया जाता है। जबकि कक्ष में लाखों रुपये कीमत की मशीनों सहित जरूरी दवाइएं रखी है। अगर गलती से मशीनों पर पानी गिरा तो मशीनें खराब हो जायेगी।
अस्पताल का भवन काफी पूराना हो चुका है। जिसको लेकर समय-समय पर जरूरी काम करवाएं जाते है। छत से पानी टपकने की समस्या का मामला संज्ञान में आया है। जल्द से जल्द मरम्मत का काम करवा दिया जायेगा। कक्ष के ऊपर लेंटर पर पानी की कहीं से लीकेज है। जिसे दुरूस्त करवाने के प्रयास किए जा रहे है। - डा. गिन्नी लांबा, कार्यकारी प्रधान चिकित्सक अधिकारी नागरिक अस्पताल।