चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय : अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षाएं शुरू
पहली परीक्षा कोरोना संक्रमण (Corona infection) से ख़ुद को बचाने की है तो दूसरी परीक्षा बेहतर तैयारी के साथ बेहतर अंक प्राप्त करने की है। पहली परीक्षा कोरोना संक्रमण से बचाव का परिणाम हर कोई निगेटिव चाहता है तो वहीं दूसरी परीक्षा यानि परीक्षा परिणाम (Exam Results) पॉजि़टिव चाहते हैं।;
हरिभूमि न्यूज : भिवानी
चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय (Chaudhary Bansi Lal University) से संबंधित कॉलेजों में अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षा मंगलवार से शुरू हुई। इस बार विद्यार्थी दो परीक्षा से गुजर रहे हैं। पहली परीक्षा कोरोना संक्रमण (Corona infection) से ख़ुद को बचाने की है तो दूसरी परीक्षा बेहतर तैयारी के साथ बेहतर अंक प्राप्त करने की है। पहली परीक्षा कोरोना संक्रमण से बचाव का परिणाम हर कोई निगेटिव चाहता है तो वहीं दूसरी परीक्षा यानि परीक्षा परिणाम (Exam Results) पॉजि़टिव चाहते हैं।
शहर से कॉलेज की दूरी नापने वाले विद्यार्थियों को जहां उनके अभिभावक या परिचित अपने निजी वाहनों से कॉलेज की चौखट तक छोड़कर आईं तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले विद्यार्थियों खासकर छात्राओं को बस का सहारा लेकर कॉलेज तक पहुंचना पड़ा। न चाहते हुए भी अभिभावकों को अपने जिगर के टुकड़ों को कोरोना संक्रमण के बीच बस में मजबूरीवश भेजना पड़ा। सरकार की तरफ से ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई जिसमें कोई स्पेशल बस या अन्य साधन चलाए गए हो। इस बारे में जब विद्यार्थियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सरकार जब परीक्षा करवाने का फैसला ले चुकी थी तो रोडवेज विभाग की ड्यूटी लगानी चाहिए थी कि वे स्पेशल छात्राओं के लिए बस चलाये तथा उस बस में सिर्फ विद्यार्थियों को ही बैठने की अनुमति मिलनी चाहिए क्योंकि सभी विद्यार्थी घर पर रह कर ही अपने तैयारी कर रहे थे ऐसे में बस में सिर्फ़ विद्यार्थी होने से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा थोड़ा कम हो जाता।
परीक्षा से पहले और बाद में सैनिटाइज होंगे परीक्षा केंद्र
मंगलवार से शुरू हुई अंतिम वर्ष की परीक्षाएं शुरू होने से पहले सभी परीक्षा केंद्रों में सैनिटाइजर का छिड़काव करवाया गया था। विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से सभी कॉलेजों के प्राचार्यों को तथा स्टाफ सदस्य को सख्त हिदायत दी गई है कि परीक्षा शुरू होने से पहले तथा परीक्षा ख़त्म होने के बाद जिस कमरे में ही विद्यार्थी बैठेंगे वहां पर सैनिटाइजर का छिड़काव करवाया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि अगर किसी विद्यार्थी में कोरोना संबंधित लक्षण है तो अन्य विद्यार्थियों को संक्त्रमित होने से बचाया जा सके। सैनिटाइजर का छिड़काव होने से पूरा दिन कमरे में दवा का असर रहने से कोरोना बैक्टीरिया खत्म होने में मदद मिलेगी।
थर्मल स्क्रीनिंग तथा हैंड सैनिटाइज के बाद ही मिली एंट्री
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कॉलेजों में व्यापक स्तर पर व्यवस्था की गई है। इसके लिए परीक्षा केंद्र में एंट्री करने से पहले सभी विद्यार्थियों की थर्मल स्कीम से जांच की गई तो वहीं दूसरी तरफ हाथों को भी सेनीटाइज करवाने के बाद ही उनके डॉक्यूमेंट्स की जांच की गई। परीक्षा केंद्र से कुछ दूरी पहले ही स्टाफ सदस्य मुस्तैदी के साथ नजर आए ।
सुबह से ही पहुंचना शुरू हो गए थे विद्यार्थी
परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों में एक तरह का डर भी था तो वहीं दूसरी तरफ़ से परीक्षा को लेकर वो किसी प्रकार का कोई रिस्क नहीं उठाना चाहते थे इसी के चलते समय से पहले ही विद्यार्थी कॉलेज प्रांगण में पहुंचना शुरू हो गए थे तथा अपने अपने रोल नम्बर को देखना शुरू कर दिया कि उनका कमरा कौन से फ्लोर पर आया है। ख़ासकर छात्राएं पहले पहुंचना शुरू हो गई थी क्योंकि शहर के अलावा जो छात्राएं गांव से परीक्षा देने आई थी उन्हें घर से जल्दी निकलना पड़ा तथा बस पकड़कर परीक्षा केंद्र पर तक पहुंची।
परीक्षा खत्म होने पर करवाएंगे कोरोना जांच
इस बारे में जब परीक्षा देने पहुंचे विद्यार्थियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जब किसी व्यक्ति की रिपोर्ट कोरोना पॉजि़टिव आती है तो उसे 15 दिन के लिए क्वारंटाइन किया जाता है। अब जब तक उनकी परीक्षा चलेंगी है वो खुद को क्वारंटाइन करके ही रखेंगे ताकि अगर आप सफ़र करते समय वो कोरोना संक्रमित हो जाते हैं तो घर वाले सुरक्षित रह सकें इसके साथ-साथ अलग से रहने का फायदा यह भी होगा कि वो परीक्षा की तैयारी बेहतर कर पाएंगे विद्यार्थियों ने कहा कि परीक्षा खत्म होने के बाद वो अपना कोरोना जांच करवाएंगे ताकि घर वालों के मन में जो डर बना हुआ है वो दूर हो सके। उन्होंने कहा कि परीक्षा परिणाम से पहले उन्हें कोरोना संक्रमण के परिणाम की अग्नि परीक्षा से गुजरना होगा।