Farmers Protest : नेताओं को चेतावनी : या तो किसानों का समर्थन करें नहीं तो सामाजिक बहिष्कार के लिए तैयार रहें
किसान नेताओं ने कहा कि जिस प्रकार से देश में माहौल बन रहा है, इसमें आने वाले दिनों में भाजपा नेताओं का घर से निकलना भी दुभर हो जाएगा।;
हरिभूमि न्यूज. सोनीपत
केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसान अपनी मांगों पर अडिग हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने भाजपा सांसद व विधायकों से आह्वान किया है कि वह किसानों का खुलकर समर्थन करें, नहीं तो सामाजिक बहिष्कार को तैयार रहें। किसान नेताओं ने कहा कि जिस प्रकार से देश में माहौल बन रहा है, इसमें आने वाले दिनों में भाजपा नेताओं का घर से निकलना भी दुभर हो जाएगा। दूसरी तरफ देश भर से आई मिट्टी सत्याग्रह यात्रा दिल्ली की सीमाओं पर पहुंची।
मोर्चा ने कहा कि भाजपा नेता स्थिति बदलें और पार्टी छोड़ कर किसानों का समर्थन करें। देश के कई हिस्सों में भाजपा व अन्य दलों के नेताओं ने किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ चल रहे संघर्ष को समर्थन देते हुए अपना पद छोड़ा है। किसान नेता डा. दर्शनपाल राकेश टिकैत, धर्मेंद्र मलिक, गुरनाम सिंह चढूनी, कविता गुरूगुंटी व अभिमन्यु कोहाड आदि ने कहा कि वह फिर से भाजपा समेत अन्य दलों के नेताओं से अपील कर रहे हैं कि वह किसानों का समर्थन करें, वरना वह दिन दूर नहीं है जब लोग नेताओं को गांव में घुसने तक नहीं देंगे।
मिट्टी सत्याग्रह यात्रा का जोरदार स्वागत
देशभर में मिट्टी सत्याग्रह यात्रा दिल्ली बार्डर पर पहुंची, जिसका गाजीपुर व कुंडली बॉर्डर पर जोरदार स्वागत किया गया। इस यात्रा से लाई गई मिट्टी का इस्तेमाल बार्डर पर बन रहे शहीद स्मारक में किया जाएगा। मिट्टी सत्याग्रह यात्रा 30 मार्च को दांडी (गुजरात) से शुरू होकर राजस्थान, हरियाणा, पंजाब होते हुए शाहजहांपुर बॉर्डर पहुंची थी। यात्रा के दौरान तथा देशभर से 23 राज्यों की 1500 गांव की मिट्टी लेकर किसान संगठनों के साथी दिल्ली पहुंच चुके हैं। शहीद भगत सिंह के गांव खटखट कलां, शहीद सुखदेव के गांव नौघरा जिला लुधियाना, उधम सिंह के गांव सुनाम जिला संगरूर, शहीद चंद्रशेखर आजाद की जन्म स्थली भाभरा, झाबुआ, मामा बालेश्वर दयाल की समाधि बामनिया, साबरमती आश्रम, सरदार पटेल के निवास, बारदोली किसान आंदोलनस्थल, असम में शिव सागर, पश्चिम बंगाल में सिंगुर और नंदीग्राम, उत्तर दीनाजपुर, कर्नाटक के वसव कल्याण एवम बेलारी होते हुए कुंडली बार्डर पर पहुंची।