किसान परेशान : सबमर्सिबल और ट्यूबवेल से केबल चोरी करने वाला गिरोह सक्रिय, 150 वारदातों को दे चुके अंजाम
रात को सक्रिय केबल चोर गिरोह ट्यूबवेलाें से कीमती केबलों को चोरी कर लेते है। जिससे सिंचाई का कार्य तो बाधित होता है। साथ में किसानों का आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।;
सतेंद्र पंडित. जींद
जिले में सक्रिय ट्यूबवेल व सबमर्सिबल केबल चोर गिरोह ने किसानों के दिन का चैन तथा रात की नींद को छीन लिया है। दिनभर किसान खेत में अपने खेती-बाड़ी के कार्य को निपटा कर थक कर घर आते है। रात को सक्रिय केबल चोर गिरोह ट्यूबवेलाें से कीमती केबलों को चोरी कर लेते है। जिससे सिंचाई का कार्य तो बाधित होता है। साथ में किसानों का आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। सक्रिय केबल चोर गिरोह जिले भर में 150 के लगभग किसानों के खेेेतों में ट्यूबवेलाें से केबल चोरी की वारदातों को अंजाम दें चुके हैं। मजबूरी में किसानों को रात भर जागकर ट्यूबवेलाें पर निगरानी रखनी पड़ रही है। अब केबल चोर गिरोह ने गांव अलेवा खेतों में 15 किसानों के ट्यूबवेलाें को निशाना बनाते हुए लाखों रुपये कीमत की केबलों को चोरी कर लिया।
पूर्व में ट्रांसफार्मर चोर गिरोह किसानों के लिए सिर दर्द बना हुआ था। जिस पर किसानों ने ट्राँसफार्मर को वैलडिंग करवाना शुरू कर दिया फिर उपकरणों तथा तेल को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। अगर पिछले चार साल के आंकड़ों की बात की जाए तो यह आंकड़ा 900 के पार जा रहा है। अब सक्रिय चोर गिरोह ने ट्यूबवेलाें पर लगी बिजली केबलोंं को निशाना बनान शुरू कर दिया है। गढ़ी सदर थाना नरवाना, सदर सफीदोें तथा पिल्लूखेड़ा थाना के अलावा अलेवा थाना इलाकों में ट्यूबवेलाें से केबल चोर 150 से 'यादा किसानों के ट्यूबवेलाें से केबल चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। सक्रिय बिजली केबल चोर गिरोह ने किसानों की परेशानी को बढ़ा दिया है।
तांबा केबल 200 रुपये तो सिल्वर 40 रुपये किलो
ट्यूबवेलाें पर सिल्वर तो सबमर्सिबलों में तांबा की केबलों का प्रयोग किया जाता है। ट्रांसफार्मर से स्ट्राटर तक सिल्वर युक्त केबल का प्रयोग किया जाता है। स्टार्ट्र से मोटर तक तांबे की केबल का प्रयोग किया जाता है। केबल की लंबाई 100 मीटर से लेकर 250 मीटर तक प्रयोग की जा रही है। जिनकी कीमत 10 हजार से लेकर 25 हजार तक होती है। मार्केट में तांबा युक्त केबल 200 रुपये किलो तथा सिल्वर युक्त केबल 40 रुपये किलो बिक रहा है। अगर निकाला गया तांबा तो 600 रुपये किलो और निकाली गई सिल्वर है तो 100 रुपये किलो बिक जाती है। जब की प्लास्टिक 10-12 रुपये प्रति किलो बिक जाता है। जिसके चलते चोर ट्यूबवेलाें तथा सबमर्सिबलों पर लगाई गई केबलों को निशाना बना रहे हैं।
अलेवा थाने इलाके में 30 से ज्यादा, गढी में 50 से ज्यादा, सफीदों और पिल्लुखेडा में 60 से ज्यादा किसान बने निशाना
ट्यूबवेलों व सबमर्सिबलों से केबल चोरी की घटना पिछले एक सप्ताह के दौरान अलेवा थाना में 30 से 'यादा हो चुकी हैं। दर्जनभर किसानों के ट्यूबवेलों से एक सप्ताह पहले केबल चोरी हुई थी अब गांव अलेवा निवासी संदीप, रघबीर, विक्रम, महेंद्र, जयभगवान, प्रकाश, पप्पु, राजेश, सुखबीर समेेत 15 किसानों के ट्यूबवेलों से बिजली केबलों को चोरी किया गया है। पूर्व में नगूरां, गढ़ी थाना के धमतान साहिब, हसंडैहर, उझाना समेत दर्जनभर गांव के किसानों को चोरों को निशाना बनाया है। सदर थाना जींद के गांव मनोहरपुर में जरूर एक व्यक्ति के खिलाफ केबल चोरी करने तथा जला कर खुर्दबुर्द करने का मामला दर्ज हुआ था। ज्यादातर मामलों में पुलिस के अभी तक खाली है।
क्या कहते हैं किसान
गांव अलेवा निवासी किसान संदीप, प्रकाश, नरेश, रमेश, पप्पु, बलराज तथा कुलदीप ने बताया कि धान कटाई का कार्य अंतिम चरण में है और गेहूं बिजाई का कार्य चरम पर है। दिनभर किसान खेतों में कार्य करने के बाद थक हारकर घर लौटते है। रात को चोर उनके खेतों में लगे ट्यूबवेलों व सबमर्सिबलों से केबलों को चोरी कर ले जाते है। जिससे उन्हे आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है और सिंचाई कार्य भी बाधित हो रहा है। जब फसलें तैयार थी उस समय रात को रखवाली करते थे। अब खेत खाली हुए तो चोरों ने कहर बरपाना शुरू कर दिया। सुबह खेतों में पहुंचने पर पता चलता है कि उनके ट्यूबवेलों व सबमर्सिबलों से केबल गायब है।
चोरी की वारदातों पर काफी हद तक अंकुश लगा : एएसपी
एएसपी नितिश अग्रवाल ने कहा कि ट्रांसफार्मर व उपकरण चोरी पर काफी हद तक अंकुश लग चुका है। कुछ लोगों को पकड़ा जा चुका है। खेतों से केबल चोरी के मामलों में पुलिस भी सतर्क है और किसानों को भी जागरूक रहने की जरूरत है। संदिग्ध लोगों पर नजर रखें और साथ ही उस व्यक्ति के बारे में पुलिस को सूचित करें। पुलिस तुरंंत कारवाई करेगी।