Weather Update : हरियाणा के कई जिलों में गिरे ओले, जानें आगे कैसा रहेगा मौसम

शाम 5:00 बजे के बाद कई हिस्सों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चली। दिन भर लोगों को कम कपाती ठंड ने अपने आगोश में ले रखा।;

Update: 2021-02-04 13:49 GMT

प्रदेश में वीरवार को मौसम का मिजाज अचानक कड़क हो गया। कल सुबह कड़कड़ाती बिजली के बीच तेज हवाओं के झोंकों ने जहां ठिठुरन बढ़ाई वहीं बारिश के साथ ओलावृष्टि ने सितम ढाया। कई जिलों में देर शाम तक रुक रुककर बरसात होती रही। शाम 5:00 बजे के बाद कई हिस्सों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चली। दिन भर लोगों को कम कपाती ठंड ने अपने आगोश में ले रखा।केंद्रीय मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 से 48 घंटे में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है वहीं सुबह के समय घनी धुंध छाने की संभावना है।फिलहाल मौसम में ठंडक बनी रहेगी।

यहां बता दें कि पिछले 3 दिनों से मौसम मौसम बिल्कुल साफ था। धूप निकलने से तापमान में भी उठा लाया और दिन के समय सामान्य से 34 डिग्री तापमान ऊपर आया। जिसके चलते मौसम ने अचानक करवट ली और बुधवार की देर रात्रि के बाद आसमान में बादल छा गए कल सुबह होने तक तेज आंधी तूफान की तरह हवाएं चली और फिर तेज बरसात होने लगी कई जगह पर ओलावृष्टि भी हुई दिनभर रुक-रुक कर बरसात होती रही। जिससे मौसम में ठिठुरन बनी रही जनजीवन अस्त व्यस्त रहा कुछ देर के लिए हल्की धूप खिली लेकिन लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल पाई। अगले 48 घंटे भी ठंडक भरे रहेंगे सुबह के समय घनी धुंध लोगों को परेशान कर सकती है।

प्रदेश में गिरा 1.1 एमएम पानी सामान्य से 281 फ़ीसदी अधिक

प्रदेश में 24 घंटे के अंतराल में 1.1 एमएम बरसात हुई यह सामान्य से 281 फ़ीसदी अधिक रही। इस दौरान प्रदेश में 0.3 एम एम बरसात होती है । सबसे अधिक करनाल में 10 एम एम से अधिक बरसात दर्ज की गई। इसके अलावा हिसार कैथल कुरुक्षेत्र में भी अच्छी बरसात हुई बाकी अन्य हिस्सों में कहीं कम तो कहीं मध्यम वर्षा दर्ज की गई । प्रदेश में 1 जनवरी से 4 फरवरी तक 22.6 एम एम बरसात हो चुकी है। इस दौरान सामान्य 15.6 एम एम बरसात होती है। यह सामान्य से 45 फ़ीसदी अधिक है।

मौसम विभाग ने पहले ही जा दी थी संभावना

मौसम विभाग ने पहले ही 3 फरवरी की रात से हरियाणा में हल्की बारिश होने की संभावना व्यक्त कर दी थी। इस संभावना के अनुरूप कई जिलों में बिजली की कड़कड़ाहट के साथ हल्की बूंदाबांदी शुरू हा गई। विशेषज्ञों का मानना है कि बूंदाबांदी के बाद न्यूनतम तापमान मे गिरावट आएगी और ठंड में बढोतरी होगी।

बारिश फसलों के लिए ठीक, ओलावृष्टि व तेज हवा ने बढ़ाई चिंता

मौसम के अनुकूल होने के चलते गेहूं, सरसों, चना व सब्जियों की फसलों को अच्छी खासी ग्रोथ मिल रही है। बाली आने के साथ दाना बनना शुरु हो गया है। रात को मौसम में आए बदलाव के बाद हुई हलकी ओलावृष्टि ने किसानों की चिंता को बढ़ा दिया है। किसानों का कहना है कि बारिश तक तो ठीक है लेकिन मौसम के बिगड़े तेवर कहीं तैयार हो रही फसलों को बर्बाद न कर दें। साथ ही हवा की तेज गति भी किसानों के लिए परेशानी बनी हुई है। बारिश व बूंदाबांदी होने के कारण तेज हवा से फसलों के पसरने का खतरा भी मंडरा रहा है।



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