Haryana Congress में खींचतान से हाईकमान चिंतित : बाबरिया की चंडीगढ़ आने से तौबा, अब दिल्ली में ही नेताओं से करेंगे मुलाकात

मामले का हल ढूंढने में जुटे हरियाणा कांग्रेस मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया भी फूंक फूंक कर कदम उठा रहे हैं, उन्होंने सारे हालात को देखते हुए कांग्रेस के नेताओं को चंडीगढ़ में सुनने की योजना बनाई थी लेकिन अब उन्होंने इसको टालते हुए दिल्ली में ही इस पर चिंतन मंथन कर हल निकालने की तैयारी कर ली है।;

Update: 2023-09-10 06:31 GMT

योगेंद्र शर्मा/चंडीगढ़। हरियाणा कांग्रेस (Haryana Congress) के सभी धड़ों को एक मंच पर लाने की कवायद में जुटे नए प्रभारी दीपक बाबरिया (Deepak Babaria) भी पूरे हालात को देखने के बाद में दो कदम पीछे हटते दिखाई दे रहे हैं। जमीनी हकीकत यह है कि हर कोई पूर्व सीएम और नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दूसरी तरफ पूर्व केंद्रीय मंत्री सैलजा, वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला, किरण चौधरी जैसे सियासी दिग्गजों की लड़ाई में फंसना नहीं चाहता। मामले का हल ढूंढने में जुटे हरियाणा कांग्रेस मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया भी फूंक फूंक कर कदम उठा रहे हैं, उन्होंने सारे हालात को देखते हुए कांग्रेस के नेताओं को चंडीगढ़ में सुनने की योजना बनाई थी लेकिन अब उन्होंने इसको टालते हुए दिल्ली में ही इस पर चिंतन मंथन कर हल निकालने की तैयारी कर ली है। अहम बात यह है कि हरियाणा कांग्रेस संगठन को लेकर पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया चंडीगढ़ दौरे पर शनिवार को आने थे।

लेकिन अचानक ही बदलते घटनाक्रम में दौरा रद्द कर दिया गया है। इस दौरे को रद्द करने की कुछ खास वजह सामने आई हैं। बताते हैं कि हरियाणा कांग्रेस के दोनों धड़े अपने-अपने हिसाब से हाई कमान को जिलों में हो रहे हंगामे और शोरगुल नारेबाजी को लेकर अपना अपना पक्ष रख चुके हैं। बाबरिया केंद्रीय नेतृत्व को यह डर बना हुआ है कि जिला के प्रभारियों की रिपोर्ट पर मंथन के दौरान रणदीप सुरजेवाला, कुमारी सैलजा, किरण चौधरी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्रह हुड्‌डा के समर्थकों के बीच लड़ाई और विवाद होना पूरी तरह से तय है। इतना ही नहीं इस प्रकार के विवाद से इससे पार्टी की किरकिरी होती है। जिसके कारण कांग्रेस हरियाणा मामलों के प्रभारी अब दिल्ली में बैठकों का सिलसिला जारी रखेंगे। इतना ही नहीं जिला प्रभारियों की रिपोर्ट को लेकर भी दिल्ली हाई कमान में ही विचार होगा।हरियाणा कांग्रेस मामलों प्रभारी दीपक बाबरिया ने जिला अध्यक्षों के नाम की घोषणा के लिए सेंट्रल कोर्डिनेटर को अलग-अलग जिलों में भेजा था। प्रत्येक टीम के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के 2 मेंबरों को भी रखा गया है, लेकिन हर जिले में इन टीमों का विरोध हो रहा है। 

राष्ट्रीय महासचिव वेणुगोपाल से मिली सैलजा

सैलजा और किरण चौधरी ने राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात कर चुकी हैं। पार्टी के कुछ नेताओं ने दावा किया है कि सैलजा ने केंद्रीय नेतृत्व के सामने हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया की कार्यशैली पर भी सवाल उठाया है। साथ ही उन पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ग्रुप के नेताओं और समर्थकों को तवज्जो देने के आरोप तक लगाए हैं।कर हंगामा होने की संभावनाएं काफी कम हो गई हैं। हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया 8 से 12 सितंबर तक चंडीगढ़ में रुकने वाले थे। 11 सितंबर को उन्होंने सभी केंद्रीय कोऑर्डिनेटर को चंडीगढ़ रिपोर्ट में सौंपने के लिए बुला लिया था, लेकिन अब विरोध होने के बाद उन्होंने सभी कोऑर्डिनेटर को दिल्ली बुला लिया है। बाबरिया के साथ हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने भी चंडीगढ़ का दौरा रद्द कर दिया है।

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