हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए जारी किए निर्देश, जानिए
यदि किसी विद्यालय द्वारा वार्षिक परीक्षा मार्च-2022 के ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरते समय दिव्यांग परीक्षार्थी का ऑप्शन नहीं भरा है या गलत भरा गया है, तो इसकी सूचना बोर्ड कार्यालय में उपलब्ध करवाएं।;
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी ( Haryana Board of School Education ) दिव्यांग परीक्षार्थियों की विशेष आवश्यकताओं के प्रति काफी सजग व संवेदनशील है। बोर्ड प्रवक्ता ने बताया कि ऐसे दिव्यांग परीक्षार्थी, जो सेकेंडरी व सीनियर सेकेंडरी वार्षिक परीक्षा मार्च-2022 में अपीयर होंगे और जानकारी के अभाव में शिक्षा बोर्ड द्वारा दी जा रही सुविधाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन नहीं कर सके हैं तो उन दिव्यांग परीक्षार्थियों के पूर्ण विवरण तथा मैडिकल प्रमाण-पत्र सहित जानकारी मांगी गई है।
उन्होंने बताया कि सभी सम्बन्धित विद्यालय/संस्था मुखियाओं को पत्र व जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से सूचित किया गया है कि उनके विद्यालय में अध्ययनरत दिव्यांग परीक्षार्थियों के पूर्ण विवरण ( नाम, पिता/माता का नाम ) व मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी किया गया चिकित्सा प्रमाण-पत्र उपलब्ध करवाया जाना है। इसके अतिरिक्त यदि किसी विद्यालय द्वारा वार्षिक परीक्षा मार्च-2022 के ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरते समय दिव्यांग परीक्षार्थी का ऑप्शन नहीं भरा है या गलत भरा गया है, तो इसकी भी सूचना/विवरण 14 फरवरी, 2022 तक सैकेण्डरी कक्षा हेतु ईमेल assec@bseh.org.in एवं सीनियर सैकेण्डरी कक्षा हेतु ई-मेल assrs@bseh.org.in पर या दस्तीतौर पर बोर्ड कार्यालय में उपलब्ध करवाएं।
उन्होंने बताया कि दृष्टिहीन व अपने हाथ से न लिख पा सकने वाले परीक्षार्थियों को लेखक की सुविधा व परीक्षा के निर्धारित समय में अतिरिक्त समय की व्यवस्था है। परीक्षा पंजीकरण के समय आवेदन किये जाने पर दृष्टिहीन/दृष्टिबाधित परीक्षार्थियों को ब्रेल लिपि में, बड़े प्रिंट में प्रश्न-पत्र व कम्प्यूटर आदि प्रदान किए जाने के प्रावधान है। इसके अतिरिक्त परीक्षार्थियों को सहायक उपकरण जैसे- Brail frame, Abacus, Brail Measure tape, Magnifying glass आदि परीक्षा में लाने की अनुमति है। इन सुविधाओं में दृष्टिहीन व दृष्टिबाधित परीक्षार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा, गणित में ज्योमेट्री की परीक्षा में छूट शामिल है तथा बोर्ड द्वारा 10वीं की गणित व विज्ञान विषय के अलग से प्रश्न पत्र तैयार करवाए जाते हैं तो अन्य विषयों हेतु चित्र वाले प्रश्नों के स्थान पर वैकल्पिक प्रश्न दिए जाते हैं।