बड़ी खबर : हरियाणा सरकार और डॉक्टरों के बीच बनी सहमति, हड़ताल वापस
हरियाणा में कोरोना के संक्रमण के बढ़ते और हरियाणा सरकार के ऐसे में लागू करने के बाद डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है। कई दिन से आंदोलन कर रहे डॉक्टरों और हरियाणा सरकार के बीच मांगों को लेकर सहमति बन गई है।;
मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। शुक्रवार को सिविल अस्पतालों में होने वाली हड़ताल को स्थगित कर दिया गया है। शुक्रवार को सिविल अस्पतालों में पहले की तरह काम चलता रहेगा।हरियाणा में कोरोना के संक्रमण के बढ़ते और हरियाणा सरकार के ऐसे में लागू करने के बाद डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है। कई दिन से आंदोलन कर रहे डॉक्टरों और हरियाणा सरकार के बीच मांगों को लेकर सहमति बन गई है। गुरुवार को देर शाम अतिरिक्त स्वास्थ्य के साथ में डॉक्टरों की एक मीटिंग हुई जिसके बाद में मांगों को लेकर विचार मंथन हुआ और सहमति बन जाने के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल वापस लेने का ऐलान किया।
सभी डाक्टरों ने सरकार के फैसले का स्वागत किया है और अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को अस्पतालों में पूर्णता ओपीडी व अन्य सेवाओं को बंद करने का फैसला वापस ले लिया है। स्वास्थ्य विभाग के एसीएस राजीव अरोड़ा और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आंदोलन कर रहे डाक्टरों को बातचीत के लिए बुलाया था। बता दें कि सभी सिविल अस्पतालों में डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर 11 जनवरी को ओपीडी बंद करके हड़ताल की थी और 14 जनवरी शुक्रवार को भी सभी सेवाएं बंद करके हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी।
बृहस्पतिवा को चंडीगढ़ में देर रात तक चली बैठक के बाद एचसीएमएस के पदाधिकारियों ने यह फैसला लिया है। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. जसबीर सिंह परमार ने बताया कि एसीएस राजीव अरोड़ा और डीजी के साथ बैठक में आश्वासन दिया है कि मांगों को मान लिया जाएगा। परमार ने बताया कि पीजी पॉलिसी 2 सप्ताह में तैयार कर ली जाएगी। एसएमओ की सीधी भर्ती के संबंध में निर्णय एक सप्ताह में ले लिय जाएगा। इसके अलावा स्पेशल कैडर मुख्यमंत्री द्वारा अनुमोदित किया गया है और इसे जल्द से जल्द अंतिम रूप दिया जाएगा। परमार के अनुसार सभी वित्तीय और कानूनी पहलुओं पर विचार किया गया। एसीएस स्वास्थ्य की उपस्थिति में अगले सप्ताह एसीएस फाइनेंस के साथ एसीपी की चार बैठकें होंगी। ये सभी मांगें मानने के बाद 14 जनवरी से प्रस्तावित हड़ताल को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।