हरियाणा पुलिस के प्रयासों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान, जानें क्यों
हरियाणा के डीजीपी मनोज यादव ने यूएन ग्लोबल फोरम फॉर रोड ट्रैफिक सेफ्टी के एक वेबिनार को संबोधित किया। वहीं यूएन ग्लोबल फोरम फॉर रोड ट्रैफिक सेफ्टी ने एनएच-44 (सोनीपत-अंबाला हाईवे) पर सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए हरियाणा पुलिस द्वारा शुरू की गई सड़क सुरक्षा पहल की सराहना की है।;
Haryana : यूएन ग्लोबल फोरम फॉर रोड ट्रैफिक सेफ्टी ने एनएच-44 (सोनीपत-अंबाला हाईवे) पर सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए हरियाणा पुलिस द्वारा शुरू की गई सड़क सुरक्षा पहल की सराहना की है। इस पहल के तहत, हरियाणा पुलिस ने इस वर्ष हरियाणा से गुजरने वाले एनएच-44 के 187 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क दुर्घटनाओं और इनसे होने वाली मृत्यु की संख्या को 33 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
इस संदर्भ में हरियाणा के डीजीपी मनोज यादव ने यूएन ग्लोबल फोरम फॉर रोड ट्रैफिक सेफ्टी के एक वेबिनार को संबोधित किया। उन्होंने इस पहल के विभिन्न घटकों पर प्रकाश डालते हुए उल्लेख किया कि वर्ष 2018 के दौरान इस राजमार्ग पर सड़क दुर्घटनाओं के कारण 743 लोगों की मृत्यु हुई थी। जो उस वर्ष के दौरान पूरे नीदरलैंड और यूएई में होने वाली मौतों की संख्या से अधिक रही।
उन्होंने यह भी बताया कि हरियाणा पुलिस ने प्रदेश से गुजरने वाले एनएच-44 के प्रत्येक किलोमीटर के रोड सेफ्टी ऑडिट के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रैफिक एजुकेशन (आईआरटीई) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। आईआरटीई संस्था द्वारा सुझाए गए सड़क इंजीनियरिंग संबंधी सुधारों को हरियाणा पुलिस और राज्य सरकार के परिवहन विभाग के साथ मिलकर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा लागू किया जाएगा।
यादव ने बताया कि एनएच-44 को पार करने के दौरान सड़क दुर्घटनाओं का शिकार होने वाले पैदल यात्री व साइकिल चालकों की भारी संख्या को देखते हुए अन्य संबंधित प्राधिकरणों के साथ मिलकर ऐसे सभी प्वाइंट पर विशेषकर सोनीपत और पानीपत में अंडरपास और फुट ओवर-ब्रिज का निर्माण सुनिश्चित किया जाएगा।
सड़क सुरक्षा की यह पहल बसों, ट्रकों और ट्रॉली चालकों जैसे लगातार सडक़ उपयोगकर्ताओं सहित फूड आउटलेट पर रूकने वाले वाहन चालकों पर सीधा प्रभाव पैदा करेगी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार सड़क सुरक्षा के टिप्स से लोग जागरूक व शिक्षित होंगे और इससे सड़क दुर्घटना में होने वाले जानलेवा व अन्य हादसों को न्यूनतम स्तर पर लाया जा सकेगा।
सड़क सुरक्षा कानून के नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नकेल कसने के लिए सोनीपत, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र और अंबाला सहित पांच जिलों से गुजरने वाले इस राजमार्ग के साथ-साथ विभिन्न स्थानों पर स्पीड चेकिंग रडार, इंटरसेप्टर, ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर्स और सीसीटीवी कैमरे का नेटवर्क स्थापित करने का कार्य भी प्रक्रियाधीन है।