Haryana Sex Ratio : लिंगानुपात मामले में रोहतक अग्रणी जिलों में हुआ शुमार, जींद चाैथे स्थान पर, सबसे खराब हालात इस जिले के
लिंगानुपात के मामले में रोहतक जिला प्रदेशभर में अव्वल बना हुआ है। वहीं जींद जिला प्रदेशभर में लगातार चौथे स्थान पर ही बना हुआ है। वर्ष 2020 से लेकर नवंबर 2021 तक जींद जिले का लिंगानुपात 923 है। जबकि सबसे बेहतर रोहतक में लिंगानुपात 952 है।;
हरिभूमि न्यूज : जींद
लिंगानुपात के मामले में रोहतक जिला प्रदेशभर में अव्वल बना हुआ है। वहीं जींद जिला प्रदेशभर में लगातार चौथे स्थान पर ही बना हुआ है। वर्ष 2020 से लेकर नवंबर 2021 तक जींद जिले का लिंगानुपात 923 है। जबकि सबसे बेहतर रोहतक में लिंगानुपात 952 है। इसके बाद सिरसा व नूंह का लिंगानुपात 925 है और दोनों ही जिले दूसरे व तीसरे स्थान पर हैं। जबकि सबसे खराब हालात सोनीपत जिले की है। जहां का लिंगानुपात 884 है। जींद जिले में पिछले दिनों भ्रूण मिलने की घटनाएं भी सामने आई थी। हालांकि पुलिस व स्वास्थ्य विभाग इन मामलों में ठोस कार्रवाई नहीं कर सकता है और अभी तके ये मामले मामला दर्ज होने तक ही सीमित रह गए हैं। वर्ष 2020 में जींद जिले में कुल 20,107 बच्चे पैदा हुए। इनमें बेटों की संख्या 10,562 जबकि बेटियों की संख्या 9545 रही थी।
जींद के पांच गांवों में खराब है लिंगानुपात
जींद जिले में सबसे खराब लिंगानुपात गांव रामराये खेड़ा का रहा है। रामराये खेड़ा का लिंगानुपात शून्य रहा है। नवंबर 2021 तक चार लड़कों ने जन्म लिया और लड़की एक भी नहीं हुई। इस तरह गांव खेड़ीबुल्लां का लिंगानुपात 182, कटवाल का 200, देशखेड़ा का 385, कैरखेड़ी का 438, खेड़ी जाजवान का 462, रसीदां का 464, खोखरी का 469, फरैण खुर्द का 500, खुंगा का 500, कलोदा कलां का 514, पोंकरीखेड़ी का 533, गुलकनी का 538, सिरसाखेड़ी का 542, लोन का 547 लिंगानुपात रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने इन गांवों से संबंधित आशा वर्कर व एएनएम को नोटिस जारी किया है और विभाग लिंगानुपात कम होने के कारणों का पता लगाने के लिए एएनएम की ड्यूटी लगाई है।
रोजखेड़ा गांव का सबसे बेहतर रहा लिंगानुपात
जींद जिले में सबसे बेहतर लिंगानुपात गांव रोजखेड़ा का रहा है। यहां पर नवंबर माह तक पैदा हुए पांचों बच्चे लड़कियां है। यहां का लिंगानुपात 3000 रहा। इसी इसी तरह गांव कमासखेड़ा का 3000, मांडोखेड़ी का 3000, श्रीरागखेड़ा का 2250, बागनवाला का 2000, खेड़ी का 2000, खरकगादियां का 2000, गुरुकुलखेड़ा का 1833, लोहचब का 1778, नचारखेड़ा का 1750, दिल्लूवाला का 1727, कारखाना का 1667, बेरीखेड़ा का 1667, ईक्कस को 1647, तलौडा का 1625 लिंगानुपात रहा।
यह है प्रदेशभर में नवंबर माह तक का लिंगानुपात का ब्यौरा
जिला - मेल - फिमेल - कुल जन्म - लिंगानुपात/1000
रोहतक - 10674 - 10166 - 20840 - 952
सिरसा -10075 -9320 -19392 -925
नूंह -25817 -23873 -49690 -925
जींद -9683 -8935 -18618 -923
चरखी दादरी -2839 -2618- 5457- 922
पंचकूला -5434 -5006 -10440 -921
हिसार -16491 -15175 -31666 -920
पानीपत -13763 -12638 -26401 -918
कुरूक्षेत्र -7642 -6997 -14639 -916
महेंद्रगढ़ -6103 -5564 -11667 -912
पलवल -12677 -11522 -24199 -909
यमुनानगर -11159 -10140 -21299 -909
गुरूग्राम -17526 -15897 -33423 -907
करनाल -12882 -11663 -24545 -905
भिवानी -9374 -8468 -17842 -903
कैथल -8825 -7940 -16765 -900
अंबाला -9325 -8382 -17707 -899
फरीदाबाद -21301 -19123 -40424 -898
रेवाड़ी -8633 -7727 -16360 -895
फतेहाबाद -8249 -7347 -15596 -891
झज्जर -4993 -4446 -9439 -890
सोनीपत -14599 -12906 -27505 -884
कुल -248061 -225853 -473914 -910
नोट :- लिंगानुपात के यह आंकड़े नवंबर 2021 तक के हैं।