Hisar : अब उन्नत फेको पद्धति से होगी मोतियाबिंद की सर्जरी
- मोतियाबिंद होने पर बिना टांके लगाए जा सकेंगे लेंस
- लुवास में पशु चिकित्सा नेत्र विज्ञान इकाई का उद्घाटन
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Hisar : लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय में पशु चिकित्सा सर्जरी व रेडियोलॉजी विभाग की ओर से पालतू जानवरों व पशुओं की आंखों के विभिन्न रोगों के उपचार के लिए एक समर्पित पशु चिकित्सा नेत्र विज्ञान इकाई की स्थापना की गई है। कुलपति प्रो. डॉ. विनोद कुमार वर्मा ने शनिवार को पशु चिकित्सा नेत्र विज्ञान इकाई का औपचारिक उद्घाटन किया।
कुलपति डॉ. विनोद कुमार वर्मा ने बताया कि कॉलेज के प्लेटिनम जुबली समारोह और लुवास के 14वें स्थापना दिवस के अवसर पर इस इकाई का स्थापित होना दोगुनी खुशी की बात है। इस इकाई के स्थापित होने से यहां मोतियाबिंद की सर्जरी उन्नत फेको पद्धति से बिना किसी टांके के लेंस लगाकर की जाएगी। यह हरियाणा में अपनी तरह का पहला मामला है। लुवास की यह इकाई अपने द्वारा प्रदान की जाने वाली नैदानिक सेवाओं के साथ-साथ उभरते पशु चिकित्सकों और सेवारत पशु चिकित्सकों द्वारा सीखने के लिए उत्कृष्टता का केंद्र होगी। लुवास के नए परिसर के साथ-साथ पीएएमसी पंचकूला में जानवरों की आंखों के लिए सभी उन्नत बुनियादी ढांचे के साथ एक अलग विशेष इकाई स्थापित की जाएगी। यह विभाग नेत्र विज्ञान के क्षेत्र में अन्य संकायों और पशु चिकित्सा अधिकारियों के लिए नोडल प्रशिक्षण केंद्र के रूप में भी कार्य करेगा। इसके लिए हरियाणा सरकार का पशुपालन विभाग लगभग 323 लाख रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान करेगा।
अब राज्य और आसपास के क्षेत्र के पालतू जानवरों के मालिकों को महानगरों की यात्रा नहीं करनी पड़ेगी और वे लुवास में बहुत ही मामूली शुल्क पर नवीनतम नैदानिक और चिकित्सीय सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। पालतू पशुपालक व पशुपालक अपने पशुओं की आंखों का संरक्षण आसानी से करा सकेंगे। विभाग के अध्यक्ष डॉ. आरएन चौधरी ने कहा कि यह इकाई मोतियाबिंद सर्जरी की सुविधाओं सहित जानवरों के सामान्य रोगों के निदान और उपचार के लिए आवश्यक नवीनतम नेत्र उपकरणों से सुसज्जित है।