Haryana में झमाझम बरसात से सुहाना हुआ मौसम, एनसीआर में सड़कें बनी झील, अगले 3 दिनों तक भारी बरसात की चेतावनी

मानसून सीजन (Monsoon season) के दौरान प्रदेश में अभी तक बरसात का आंकड़ा देखें तो यह सामान्य से 10 फीसदी कम है अभी तक सावन में अच्छी बरसात देखने को नहीं मिली। जिसके चलते प्रदेश में अभी बरसात की 10% तक की कमी है सीजन की बात करें तो 1 जून से 12 अगस्त तक प्रदेश में सामान्य 276.7 एमएम बरसात होती है। जो कि अभी तक 246.2 एमएम हुई है।;

Update: 2020-08-13 09:14 GMT

करनाल। प्रदेश में जन्माष्टमी का पर्व तेज बरसात के बीच में मना। कई जिलों में अच्छी तो कई जिलों में मध्यम बरसात हुई। इस बरसात से जहां गर्मी भूल गई। वही कई जिलों में बरसात आफत बनकर गिरी सड़कों पर जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। जिससे हालात गंभीर बन गए। जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया।

इधर मौसम विभाग ने अगले 3 दिन तक उत्तर भारत समेत प्रदेश के कई जिलों में ठंडी हवाएं और तेज बारिश की संभावना जाहिर की है। मानसून सीजन के दौरान प्रदेश में अभी तक बरसात का आंकड़ा देखें तो यह सामान्य से 10 फ़ीसदी कम है अभी तक सावन में अच्छी बरसात देखने को नहीं मिली। जिसके चलते प्रदेश में अभी बरसात की 10% तक की कमी है सीजन की बात करें तो 1 जून से 12 अगस्त तक प्रदेश में सामान्य 276.7 एमएम बरसात होती है। जो कि अभी तक 246.2 एमएम हुई है।

फरीदाबाद जींद कैथल करनाल कुरुक्षेत्र सिरसा व सोनीपत ऐसे जिले हैं। जहां बरसात की कमी नहीं है। यहां सामान्य से अधिक पानी गिरा है बाकी जिलों में अभी तक बरसात का टोटा है। मानसून का सीजन 1 जून से शुरू होकर 30 सितंबर तक रहता है और इस सीजन में प्रदेश में औसतन 467 एमएम बरसात होती है जोकि अभी तक 246 एमएम बरसात हुई है। अभी मानसून का डेढ़ महीना बाकी है। इस दौरान प्रदेश में अभी करीब 220 एमएम बरसात की जरूरत है। जो कि फसलों के लिए भी जरूरी है।

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