झज्जर की टीम ने UP में किया भ्रूण लिंग जांच गिरोह का भंडाफोड़, एक गिरफ्तार, दूर तक फैला था नेटवर्क

इस गैंग का नेटवर्क बहुत तेज था। जिसमें ऑटो चालक से लेकर फल विक्रेता आदि शामिल थे। अल्ट्रासाउंड के दौरान महिलाओं के मोबाइल फोन भी ले लिए गए थे। यहां तक की मोबाइल फोन के साइड की पोर्टेबल मशीन का इस्तेमाल किया था।;

Update: 2022-10-19 14:24 GMT

हरिभूमि न्यूज : झज्जर 

स्वास्थ्य विभाग झज्जर की टीम ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में भ्रूण लिंग जांच गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के एजेंट झज्जर के साथ-साथ रेवाड़ी, रोहतक व सोनीपत आदि जिलों में भी सक्रिय थे। रेड के दौरान भी रेवाड़ी जिले से लिंग जांच के लिए पहुंचे एक दंपती की भी पहचान कर ली गई। स्वास्थ्य विभाग झज्जर की बीते दो महीनों के दौरान लिंग जांच करने वालों के खिलाफ छठी बार सफल रेड थी। सिविल सर्जन डॉक्टर ब्रहमदीप सिंह ने बताया कि उनके विभाग के इंटेलिजेंस नेटवर्क को एक लीड मिलती है कि एक व्यक्ति झज्जर के आसपास लिंग जांच करने की गतिविधियों में संलिप्त है।

पीसी-पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉक्टर शैलेंद्र डोगरा, डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर ममता वर्मा, एएमओ डॉक्टर रवि गोदारा, विभाग के अन्य कर्मियों व पुलिस की एक संयुक्त टीम का गठन किया। इस टीम ने एक गर्भवती महिला को डिकोए के रूप में तैयार करते हुए संबंधित व्यक्ति से संपर्क किया। आरोपित ने 30 हजार रुपए में लिंग जांच करने का सौदा तय किया। आरोपित ने डिकोए को गाजियाबाद में बुलाया और वहां एक ऑटो में बैठा दिया। उस ऑटो में एक महिला पहले से ही बैठी हुई थी। ऑटो चालक आरोपित व दोनों महिलाओं को गाजियाबाद के बाहर भोपुरा गांव में डी-मार्ट के साथ एक सुनसान सड़क पर ले गया। इसी दौरान एक गाड़ी आती है और उसमें मौजूद चालक व एक अन्य व्यक्ति छोटी पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन लेकर आया।

महिलाओं काे गाड़ी में बिठाकर अल्ट्रासाउंड किया गया। चलती गाड़ी में अल्ट्रासाउंड करने के उपरांत डिकोए व दूसरी महिला को वापस ऑटो में बिठाकर गाजियाबाद बस स्टैंड भेज दिया गया। इस गैंग का नेटवर्क बहुत तेज था। जिसमें ऑटो चालक से लेकर फल विक्रेता आदि शामिल थे। अल्ट्रासाउंड के दौरान महिलाओं के मोबाइल फोन भी ले लिए गए थे। यहां तक की मोबाइल फोन के साइड की पोर्टेबल मशीन का इस्तेमाल किया था। डिकोए के अल्ट्रासाउंड की जांच का रिजल्ट भी आरोपित ने केएमपी एक्सप्रेस वे पर आकर बताया गया। केएमपी पर सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आरोपित को धर दबोचा। आरोपित की पहचान प्रमोद के रूप में हुई और प्रमोद ने पूछताछ में खुलासा किया उस दिन चार महिलाओं का अल्ट्रासाउंड किया गया था। पुलिस ने आरोपित से डिकोए से मिले 21500 रुपए की बरामद किए। आरोपित के खिलाफ बादली पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज करवाई गई है। इस मामले में अभी अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी भी की जाएगी।

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