मंकी पॉक्स संक्रमण का खतरा : विदेश से आने वाले हर नागरिक की होगी जांच
मंकी पॉक्स एक वायरल व जेनेटिक बीमारी है। जो आमतौर पर ज्यादा वर्षा संभावित जंगल, मध्य व पच्छिम अफ्रीकी देशों में पाया जाता है।;
हरिभूमि न्यूज. सोनीपत
कोविड-19 संक्रमण का कहर खत्म नहीं हुआ हैं। वहीं मंकी पॉक्स संक्रमण ( monkeypox infection ) के फैलने का खतरा आमजन पर मंडराने लगा है। मंकी पॉक्स संक्रमण से बचने के लिए सोनीपत के जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सीएमओ के नेतृत्व में बैठक की। बैठक के दौरान सीएमओ डा. जयकिशोर ने मंकी पॉक्स से बचाव बारे में एडवाइजरी जारी की। साथ ही निर्देश दिए कि विदेश से आने वाले हर नागरिक की मंकी पॉक्स जांच की जाएगी और रिपोर्ट आने तक उसे आइसोलेट किया जाएगा। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंकी पॉक्स को लेकर बकायदा इसे लेकर एडवाइजरी जारी कर लोगों से बेवजह चिंता न करने की अपील की है। क्योंकि सोनीपत जिले में मंकी पॉक्स के अभी तक एक भी केस दर्ज नहीं किए गए है।
सीएमओ डा. जय किशोर ने बताया कि यह एक वायरल व जेनेटिक बीमारी है, जो आमतौर पर ज्यादा वर्षा संभावित जंगल, मध्य व पच्छिम अफ्रीकी देशों में पाया जाता है। विभाग ने लोगों को समय से पहले इसकी जानकारी देकर लोगों में फैले भ्रम व अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। विभाग के आला अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसे प्रत्येक व्यक्ति पर नजर रखी जाए, जिनके अंदर ऐसे लक्षण दिखे। उन्होंने बताया कि अभी तक जिले में ऐसे किसी मरीज की पहचान नही की गई है, लेकिन मंकी पॉक्स के संक्रमण को लेकर विभाग के अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है।
जांच करके आइसलोट किया जाएगा
अलग-अलग देशों में मंकी पॉक्स के मामले सामने आने लगे हैं। हालांकि जिले में अब तक कोई ऐसा मामला सामने नहीं आया हैं। इसके संक्रमण आमतौर पर यूके, यूएसए, यूरोप, आस्ट्रेलिया व कनाडा में आए हैं। विभाग ऐसे संदिग्ध लक्षणों वाले मरीजों पर गंभीरता से नजर बनाए हुए है। जो भी नागरिक मंकी पॉक्स से प्रभावित देशों से जिले में आते हैं उनकी जांच की जाएगी और उन्हें आइसलोट किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी किए जरूरी दिशा-निर्देशों की पालना करें। - डा. जय किशोर, सीएमओ सोनीपत।