Ayushman Card : हरियाणा में सबसे अधिक इस जिले में बने आयुष्मान कार्ड, मेवात में सबसे कम

केंद्र सरकार ने 23 सितंबर 2018 को आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत की थी। इस योजना के तहत 2011 की जनगणना के अनुसार जिन लोगों की आर्थिक स्थिति कमजोर थी, उनको पांच लाख रुपये का मुफ्त इलाज मुहैया करवाया जाना था।;

Update: 2022-12-23 05:41 GMT

कुलदीप संधू : जींद

केंद्र सरकार का प्रयास है कि हर जरूरतमंद को मुफ्त इलाज उपलब्ध हो। इसके लिए सरकार द्वार चिरायू ( कॉप्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस ऑफ अंत्योदय यूनिट ) को लागू किया गया है। हरियाणा प्रदेश की बात की जाए तो यहां पात्र लोगों में से 42.53 लोगों ने ही अपने चिरायु कार्ड बनवाए हैं। महेंद्रगढ़ जिले में अबतक प्रदेश में सबसे अधिक 58.15 प्रतिशत लोगों के गोल्डन कार्ड बने हैं जबकि मेवात में सबसे कम 20.78 लोगों के ही आयुष्मान भारत कार्ड बन पाए हैं। ऐसे में जिन लोगों के अभी तक कार्ड नहीं बन पाए हैं, उनको स्वास्थ्य विभाग की इस योजना से वंचित रहना पड़ रहा है। सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के सभी पात्र लोगों को इस चिरायु योजना का लाभ मिले लेकिन लोगों की उदासीनता के कारण सभी पात्रों तक योजना का लाभ नहीं पहुंच रहा है।

केंद्र सरकार ने 23 सितंबर 2018 को आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत की थी। इस योजना के तहत 2011 की जनगणना के अनुसार जिन लोगों की आर्थिक स्थिति कमजोर थी, उनको पांच लाख रुपये का मुफ्त इलाज मुहैया करवाया जाना था। योजना के तहतआयुष्मान भारत कार्ड बनाए गए। इस कार्ड के आधार पर सभी सरकारी अस्पतालों व पैनल पर लिए गए अस्पतालों में लोगों का पांच लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त में होता है। 21 नवंबर 2022 को राज्य सरकार ने इस योजना का विस्तार किया और इस योजना को चिरायु बना दिया ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंद लोग इस योजना का लाभ उठा सकें। हरियाणा में इस योजना के तहत एक करोड़ 10,85 हजार 346 लोग पात्र हैं। इनमें से अभी तक पूरे प्रदेश में 42.53 प्रतिशत लोगाें के ही कार्ड बन पाए हैं। ऐसे में जिन लोगों के कार्ड नहीं बन पाए हैं, वह लोग इस योजना के लाभ से वंचित हैं।

पात्र लोगों के बनाए जा रहे कार्ड : डा. नवनीत

आयुष्मान योजना के नोडल अधिकारी डा. नवनीत नैन ने बताया कि चिरायु योजना के तहत जिन लोगों की परिवार पहचान पत्र में एक लाख 80 हजार रुपये से वार्षिक आय कम है, उन सभी को इस योजना के तहत लाभ मिलेगा। लाभ लेने के लिए इसके तहत कार्ड बनाए जा रहे हैं। कोई भी व्यक्ति कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर अपना कार्ड बनवा सकता है। चिरायु योजना के तहत जींद जिला में चार लाख 59 हजार परिवार लाभांवित होंगे। जिला में 12 सरकारी तथा 11 निजी अस्पतालों में योजना के तहत इलाज करवा सकते हैं। उन्होंने पात्र लोगों से आह्वान किया कि सभी सीएससी सेंटरों में यह कार्ड निशुल्क बनाए जा रहे हैं।

किस जिले में कितने प्रतिशत लोगों के कार्ड बने

महेंद्रगढ़ 58.15

भिवानी 57.13

चरखी दादरी 52.82

रेवाड़ी 51.25

कुरुक्षेत्र 49.88

हिसार 49.35

करनाल 48.97

अंबाला 48.02

पानीपत 46.20

झज्जर 46.15

जींद 45.37

सिरसा 43.73

यमुनानगर 43.52

सोनीपत 42.82

फतेहाबाद 42.33

कैथल 42.06

गुरुग्राम 39.09

रोहतक 33.47

फरीदाबाद 33.24

पंचकूला 31.56

पलवल 26.90

मेवात 20.78

हरियाणा में औसतन 42.53

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