कांग्रेस के समय देश पर पड़े आर्थिक बोझ की कीमत चुका रही भाजपा सरकार : निर्मला सीतारमण

केंद्रीय वित्त मंत्री हरियाणा के पंचकूला में प्रधानमंत्री के जन्मदिन समारोह के तहत देशभर में मनाए जा रहे ‘सेवा समर्पण पर्व’ की कड़ी में आयोजित आर्थिक सुधार और समृद्धि विषय पर संगोष्ठि को संबोधित कर रहीं थीं।;

Update: 2021-09-24 13:53 GMT

चंडीगढ़। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ( Finance Minister Nirmala Sitaraman ) ने कहा कि कोरोना, जिसे सदी के सबसे बड़े संकटों में से एक कहा जा सकता है, के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केंद्र सरकार ने किसी को भूखा नहीं सोने दिया और हर वर्ग का ख्याल रखा। इतना ही नहीं कोविड की चुनौती के बावजूद देश की सरकार ने अर्थव्यवस्था में बदलाव जारी रखे औऱ क्रांतिकारी सुधार हुए। निर्मला सीतारमण हरियाणा के पंचकूला में प्रधानमंत्री के जन्मदिन समारोह के तहत देशभर में मनाए जा रहे 'सेवा समर्पण पर्व' की कड़ी में आयोजित आर्थिक सुधार और समृद्धि विषय पर संगोष्ठि को संबोधित कर रहीं थीं।

कांग्रेस पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अर्थव्यवस्था को इतनी खराब स्थिति में छोड़ था कि देश पर पड़े आर्थिक बोझ की कीमत मौजूदा सरकार चुका रही है। उन्होंने कहा कि हम जो कुछ भी कमा रहे हैं, वह सब भारत के विकास में उपयोग किया जा रहा है। भारत की सीमाओं से लेकर महासागरों तक मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट, डिफेंस कॉरिडोर सरकार द्वारा अर्जित राजस्व से बनाया जा रहा है, पिछली सरकार की तरह यह पैसा किसी विशेष परिवार के बैंक खातों में नहीं जा रहा है। इससे पूर्व, हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने भी सभा को संबोधित किया।

 महामारी के दौरान भी सेवाभाव भाजपा का मुख्य आदर्श

वित्त मंत्री ने कहा कि महामारी के दौरान भी सेवाभाव भाजपा का एक मुख्य आदर्श रहा। प्रधानमंत्री द्वारा राज्य स्तर पर ही नहीं बल्कि ब्लॉक और बूथ स्तर पर सभी को समाज के लिए कार्य करने हेतु प्रेरित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की अवधि के दौरान भी प्रधानमंत्री ने हर क्षेत्र- गरीबों, मजदूरों और प्रवासियों को सशक्त बनाने के लिए उच्च स्तरीय अधिकारियों के साथ नियमित बैठकें कीं। कोरोना महामारी के दौरान पांच प्रमुख आत्मनिर्भर भारत घोषणाएं प्रधानमंत्री द्वारा अधिकारियों के साथ की गई सीधी बातचीत, समर्पण और समय पर दिए गए दिशा-निर्देशों का ही परिणाम हैं।

डिजिटल और आर्थिक सुधार लाए गए

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत पिछले 70 सालों से एक पुरानी व्यवस्था के अनुसार ही काम कर रहा है। हालांकि, 2014 के बाद से देश को इससे बाहर निकालने के लिए केंद्र सरकार द्वारा अथक सुधार लाए गए हैं। विधायी सुधारों से लेकर प्रशासनिक सुधारों तक, भारत को आत्मनिर्भर भारत ट्रैक पर ले जाने और देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर से सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में बदलने के लिए हर संभव प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में विभिन्न डिजिटल और आर्थिक सुधार लाए गए हैं। महामारी के दौरान डिजिटल सुधारों की शुरुआत करते हुए पात्र परिवारों के जन-धन खातों में एक क्लिक के माध्यम से पैसे हस्तांतरित किए गए। आज भारत में सभी के पास बैंक खाते हैं।

जरूरतमंदों को मुफ्त राशन और गैस सिलेंडर दिए

निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान जरूरतमंदों को मुफ्त राशन और भोजन के साथ प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत तीन सिलेंडर मुफ्त दिए गए। डीबीटी प्रणाली के माध्यम से नकली बैंक खातों का पता लगा। इसके अलावा, बिजली क्षेत्र में भी कई बड़े सुधार लाए गए हैं। अर्थव्यवस्था का परिवर्तनकारी बदलाव हमारा लक्ष्य है। कौशल विकास और युवाओं को रोजगार योग्य बनाना केंद्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।


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