Himachal की वादियों में अभी नो एंट्री, बार्डर सील
लोगों ने अपना गुस्सा (anger) भी अलग तरह से निकालना शुरू कर दिया है। रोषित लोगों का कहना है कि जब हिमाचल ने नो एंट्री (No entry) का बोर्ड लगाया हुआ है तो हरियाणा ने अभी तक हरी झंड़ी क्चों दिखाई है।;
योगेंद्र शर्मा, चंडीगढ़।
हिमाचल की वादियों का लुत्फ अभी नहीं उठा सकेंगे। क्योंकि हिमाचल प्रशासन (Himachal Administration) ने अपने बार्डर सील कर हरियाणा सहित अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों को नो एंट्री का सिग्नल भी दिखा दिया है। परिणाम यह है कि हिमाचल-हरियाणा के बार्डर पर वीआईपी गाड़ियां से लेकर आमजन फंस चुके हैं।
लेकिन लोगों ने अपना गुस्सा भी अलग तरह से निकालना शुरू कर दिया है। रोषित लोगों का कहना है कि जब हिमाचल ने नो एंट्री (No entry) का बोर्ड लगाया हुआ है तो हरियाणा ने अभी तक हरी झंड़ी क्चों दिखाई है। हरियाणा में भी हिमाचल से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। कई किलोमीटर लंबी लाइनें लगने से फंसे लोगों की समस्या जब गृहमंत्री अनिल विज के कानों में गई तो उन्होंने हिमाचल सरकार से बात कर फैसला लेने का आश्वासन दिया है।
अब जब केंद्रीय गृहमंत्रालय की गाइड लाइन जारी हो जाने के बाद में अधिकांश राज्यों ने इंटर-स्टेट सीमा खोलकर लोगों को राहत दी हैं। हिमाचल में प्रवेश करना अभी भी लोगों के टेढ़ी खीर बना हुआ है, क्योंकि अभी भी सीमा पर ई-पंजीकरण व ईपास की डिमांड चल रही है।
पंचकूला से हिमाचल के नजदीक परवाणू, कुम्हारहटटी, धर्मपुरा सोलन, कसौली व्यापारिक कारणों से जाने आने वालों को भी जमकर परेशानी उठानी पड़ रही है। पंचकूला, अंबाला, यमुना नगर, कुरुक्षेत्र, चंडीगढ़ आदि एऱिया से आने वाले लोगों ने अब हिमाचल की ओर से आने वाले वाहनों और लोगों पर रोक लगाने की मांग उठानी शुरु कर दी है।
इस विषय पर बात करेंगे : विज
प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज ने पूरे मामले में संज्ञान लेते हुए कहा कि हिमाचल सीमा पर वाहनों की लंबी कतारों की शिकायत मिल रही हैं, जिससे आने जाने वाले लोगों को भी परेशान होना पड़ रहा है। बिना वजह लोगों को परेशान करने के मामलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, अधिकारियों को पूरा मामला दिखवाने का निर्देश दिया गया है।