आंदोलन में किसानों पर दर्ज मामलों काे लेकर बड़ी खबर, जानें क्या बोले हरियाणा के डीजीपी
पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार अग्रवाल ने बताया कि हरियाणा के हर जिले में जल्द साइबर थाने खोले जाएंगे। नशे की रोकथाम के लिए नोडल एजेंसी स्थापित किया जा रहा है जिसके लिए पुलिस काम कर रही है।;
हिसार। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार अग्रवाल ( Director General of police ) ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जा चुके हैं। कुछ ऐसे मामले जो कानूूनी पेचिगियों के कारण पेडिंग हैं, जल्द ही सबका निपटारा होगा। डीजीपी पुलिस लाइन में हिसार रेंज के पुलिस अधिकारियों की बैठक लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। डीजीपी ने कहा कि आपराधिक गतिविधियों की घटनाओं की रोकथाम के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि नशे की रोकथाम के बारे में अधिकारियों की बैठक में चर्चा की गई है। कोरोना काल में साइबर क्राइम काफी काफी बढ़ा है और आम आदमी ऑनलाइन सिस्टम से जुड़ने पर साइबर क्राइम की घटनाएं भी उसी अनुपात में बढ़ी हैं। इस समय साइबर क्राइम डेस्क खोले जा चुके हैं। प्रदेश के आठ जिले में साइबर थाने खोले जा चुके हैं। हरियाणा के हर जिले में जल्द साइबर थाने खोले जाएंगे। नशे की रोकथाम के लिए नोडल एजेंसी स्थापित किया जा रहा है जिसके लिए पुलिस काम कर रही है। हिसार में आईजी रेंज के अंतर्गत आने वाले पांचों जिलों में नशे की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
पुलिस कर्मियों के हित में किए जा रहे काम
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि पुलिस कर्मचारियों के स्वास्थ्य के लिए निशुल्क हेल्थ चेकअप करवाए जाएंगे। दो साल में एक बार पुलिस कर्मचारी का चेकअप होगा। इसके अलावा पुलिस कर्मचारियों की परिजनो की समस्यओं के लिए काउंसलिंग डेस्क बनाए गए हैं। पुलिस कर्मचारियों तथा उनके परिजनों की दिक्कतों को दूर करने के लिए विभाग हरसंभव मदद करेगा।
राणा रिश्वत प्रकरण की जांच में काफी तथ्य जुटाए
पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल ने बताया कि हिसार के पूर्व डीआईजी बलवान सिंह राणा पर लगाए गए रिश्वत के मामले की जांच पुलिस महानिरीक्षक कर रहे हैं। उन्होंने खुलासा किया कि आईजी राकेश कुमार आर्य ने इस मामले में काफी जानकारी जुटा ली है। जल्द वह अपनी जांच उन्हें सौपेंगे जिसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब हो कि कारोबारी प्रदीप नेहरा ने डीआईजी बलवान सिंह राणा के खिलाफ 25 लाख रुपये की रिश्वत मांगे जाने का आरोप लगाया था। आरोप के बाद राणा का तबादला गुरुग्राम कर दिया गया था।