10वीं-12वीं के विद्यार्थियों के साथ खिलवाड़ : बहादुरगढ़ में स्कूल की मान्यता रद्द होने से अभिभावकों में मचा हड़कंप, विद्यार्थी भी हुए बेचैन

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा सैंट थॉमस स्कूल की मान्यता निरस्त कर दी है। इसके साथ ही सैकड़ों विद्यार्थियों का भविष्य अधर में फंस गया है। इतना ही नहीं सीबीएसई के आदेशों के अनुसार 10वीं के करीब पौने 2 सौ विद्यार्थी पीडीएम स्कूल में ट्रांसफर कर दिए गए हैं और 12वीं के करीब सवा सौ बच्चे एसआर सेंच्युरी स्कूल में ट्रांसफर किए जा चुके हैं।;

Update: 2022-09-03 05:44 GMT

हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़

शिक्षा के नाम पर बच्चों के साथ खिलवाड़ थम नहीं रहा है। मान्यता शर्तों का पालन नहीं करने पर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा सैंट थॉमस स्कूल की मान्यता निरस्त कर दी है। इसके साथ ही सैकड़ों विद्यार्थियों का भविष्य अधर में फंस गया है। इतना ही नहीं सीबीएसई के आदेशों के अनुसार 10वीं के करीब पौने 2 सौ विद्यार्थी पीडीएम स्कूल में ट्रांसफर कर दिए गए हैं और 12वीं के करीब सवा सौ बच्चे एसआर सेंच्युरी स्कूल में ट्रांसफर किए जा चुके हैं। इसके साथ ही विद्यार्थियों व अभिभावकों में हड़कंप मच गया है। हालांकि स्कूल प्रबंधन अब भी मुंह खोलने को तैयार नहीं है। दरअसल, स्कूलों की मान्यता हर पांच साल में रिन्यू होती है। नियमित रूप से सीबीएसई की टीमें स्कूलों का निरीक्षण करती हैं। मान्यता लेते समय सभी स्कूलों द्वारा बच्चों को सभी व्यवस्थाएं देने का वादा किया जाता है। लेकिन अनेक व्यवस्थाएं फाइलों से बाहर धरातल पर नहीं आ पाती। हालांकि नियमों का पालन नहीं होने पर मान्यता रद्द की जाती है। ऐसा ही कुछ बहादुरगढ़ के सैंट थॉमस स्कूल के साथ भी हुआ है। हालांकि स्कूल प्रबंधन को इस बारे में कई महीने पहले जानकारी हो गई थी। लेकिन अभिभावकों को अंधेरे में रखा गया।

सीबीएसई द्वारा मई में ही मान्यता रद किए गए स्कूलों की सूची जारी कर दी गई थी। जानकारों के अनुसार बेशक मान्यता हर पांच साल में रिन्यू होती है। लेकिन कोई कमी रह जाने पर सीबीएसई पहले एक साल और फिर दोबारा भी एक अतिरिक्त साल का मौका देती है। बहरहाल, सैंट थॉमस स्कूल की मान्यता रद हो चुकी है। अभिभावक बेचैन हैं और विद्यार्थी परेशान। लेकिन प्रबंधन खामोश है। नियमानुसार अब 10वीं के विद्यार्थी पीडीएम स्कूल तथा 12वीं के विद्यार्थी एसआर सेंच्युरी स्कूल में एनरोल हो गए हैं। अब ये बोर्ड की परीक्षा सैंट थॉमस स्कूल के विद्यार्थी बनकर नहीं बल्कि पीडीएम स्कूल तथा एसआर सेंच्युरी स्कूल के विद्यार्थी बनकर बोर्ड की परीक्षा देंगे।

ट्रांसफर हुए विद्यार्थी

पीडीएम स्कूल के प्रशासक अनिल हुड्डा ने बताया कि सीबीएसई से 30 अगस्त को ईमेल के माध्यम से 180 बच्चे सैंट थॉमस से पीडीएम स्कूल में ट्रांसफर करने का संदेश आया था। इसके बाद उनके द्वारा 31 अगस्त को यह ट्रांसफर औपचारिकता पूरी की गई।

एसआर सेंच्युरी स्कूल के प्रिंसिपल वीएन झा ने बताया कि सीबीएसई के आदेशानुसार 31 अगस्त तक एसआर सेंचुरी स्कूल ने सभी दस्तावेजी औपचारिकताएं पूरी कर दी हैं। अब सैंट थॉमस स्कूल के 12वीं कक्षा के विद्यार्थी उनके स्कूल के पंजीकृत छात्र हैं।

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