PM Swamitva Yojana : गन्नौर, मुडलाना और कथूरा सबसे फिसड्डी, 66156 लोग अभी तक नहीं बन पाए जायदाद के स्वामी
Sonipat News : सोनीपत जिले के 66 हजार 156 ग्रामीण ऐसे हैं, जोकि अभी तक अपनी जायदाद के स्वामी नहीं बन पाए हैं। डेढ़ साल पहले शुरू की गई पीएम स्वामित्व योजना के तहत गांवों में लाल डोरे में रहने वाले लोगों को उनकी जायदाद के मालिक बनाने का कार्य शुरू किया गया था। इन डेढ सालों में जिले में योजना के तहत मैपिंग का कार्य ही 73.81 प्रतिशत ही संपन्न हो पाया है। जिसकी वजह से 66,156 ग्रामीण अभी भी अपनी जायदाद के कानूनी तौर पर मालिक नहीं बन पाए हैं। बता दें कि जिले के आठों ब्लॉक में सबसे फिसड्डी गन्नौर, मुडलाना और कथूरा ब्लॉक बने हुए हैं, जिसके कारण पूरे जिले की औसत बिगड़ रही है। ये तीनों ब्लॉक मैपिंग का क्रमश: 66.77, 66.90 और 67.73 प्रतिशत काम ही कर पाए हैं। लगातार चेतावनी के बावजूद ब्लॉक स्तर पर काम की रफ्तार नहीं बढ़ पा रही है, जिसके कारण जिला प्रशासन भी परेशान है। इसी संदर्भ में गत दिनों एक बैठक भी हुई, बैठक में ग्राम सचिवों और बीडीपीओ को जिम्मेदारी दी गई है। निर्देश दिए गए हैं कि योजना के तहत जल्द से जल्द काम पूरा किया जाए।
बतातें चलें कि स्वामित्व योजना केंद्र सरकार ने अप्रैल 2021 में शुरू की थी। इस योजना के तहत गांवों में लाल डोरे में जायदाद की मैपिंग करवाई जानी है। मैपिंग के बाद मालिक को प्रोपर्टी आईडी दिया जाएगा, इसके अलावा उसकी जायदाद की रजिस्ट्री भी करवाई जाएगी। योजना का मुख्य मकसद लाल डोरे में आने वाली जमीन-जायदाद का आर्थिक दृष्टि से इस्तेमाल करने की आजादी देना था। उदाहरण के लिये अभी तक लाल डोरे में आने वाली जायदाद पर बैंक लोन लेने में समस्या आती है, क्योंकि ऐसी जायदाद के कागजात पूरे नहीं है। ऐसे में योजना के तहत ऐसी जायदाद को मालिकों के नाम रजिस्ट्री करवाई जा रही है, ताकि ये मालिक अपनी जायदाद पर लोन ले सकें।
ये है स्वामित्व योजना की पूरी प्रोसेस, मैपिंग में अटके हैं कई गांव
लाल डोरे में चूना लगाकर मार्िंकग की जाती है। इसके बाद ड्रोन उड़ाकर मैपिंग की जाती है। इस मैप को फिर सर्वे ऑफ इंडिया के पास भेजा जाता है। सर्वे ऑफ इंडिया की ओर संबंधित विभाग को भेजा जाता है। इस तरह से 3 बार मैपिंग की जांच पड़ताल की जाती है। इसके बाद पंचायत द्वारा प्रोपर्टी कार्ड बनाया जाता है। इसमें नक्शा भी होता है, जिसके बाद 183 रुपये में सरकार रजिस्ट्री करती है। जिले में मैपिंग का कार्य ही 73.81 प्रतिशत संपन्न हो पाया है। ऐसे में बाकि के काम में काफी समय लग सकता है, इसी वजह से जिला प्रशासन इस मामले में सख्ती बरतने की तैयारी में हैं।
इन गांवों में हो चुका है 100 प्रतिशत काम
जिले में कुछ गांव ऐसे हैं, जहां पर मैपिंग का कार्य पूरा हो चुका है। गन्नौर खंड के अटैल गांव में 104 मालिकों की, भाखरपुर में 346 मालिकों की, शमसपुर में 90 मालिकों की मैपिंग पूरी हो चुकी है। वहीं गोहाना ब्लॉक के गढ़ी सराय नामदार खां में 510, गढ़ी उजाले खां में 413, कैलाना खास में 69, ककाना भादरी में 86 मालिकों की जायदाद की मैपिंग पूरी हो गई है। कथूरा ब्लॉक में गुढ़ा पार्ट में 83 मालिक थे, सभी की मैपिंग हो गई है। इसी तरह खरखौदा ब्लॉक के थाना खुर्द गांव 431, मुडलाना ब्लॉक के खानपुर खुर्द गांव में 236, मुरथल ब्लॉक के चंदौली में 56 और पलड़ी खुर्द में 87 कुल मालिकों की मैपिंग संपन्न हो गई है। सोनीपत ब्लॉक के चटिया औलिया गांव में 481 मालिक हैं, सभी की मैपिंग पूरी हो चुकी है।
इन गांवों में लगभग काम है पूरा
जिन गांवों में मैपिंग का कार्य लगभग पूरा हो चुका है, ऐसे गांवों की श्रेणी में सोनीपत ब्लॉक सबसे आगे है। सोनीपत ब्लॉक के बाघडू गांव में 99.34 प्रतिशत, बैयांपुर में 98.95 प्रतिशत, भटगांव मालयान में 98.63, बोहला में 98.35 प्रतिशत, हसनपुर तिहाड़ कलां में 98.76 प्रतिशत, जाहरी पार्ट में 99.48 प्रतिशत, जुआं में 99.84 प्रतिशत, ककरोई में 98.23 प्रतिशत, पिनाना में 98.25 प्रतिशत, सलीमपुर ट्रोली में 98.88 प्रतिशत, मोहाना में 97.18 प्रतिशत, उल्देपुर में 98.83 प्रतिशत मैपिंग का कार्य पूरा हो चुका है। इसके अलावा गन्नौर ब्लॉक के लल्हेड़ी में 99.44 प्रतिशत, दातौली में 99.56 प्रतिशत, भोगीपुर में 99.64 प्रतिशत, बजाना कलां में 99.84 प्रतिशत तो गोहाना ब्लॉक में बली गांव में 99.81 प्रतिशत, गोहाना रूरल पार्ट में 99.17, सिकंदरपुर माजरा में 98.06 प्रतिशत काम हो चुका है। कथूरा ब्लॉक में ठसका की 99.41 प्रतिशत, खरखौदा के गोपालपुर गांव में 99.48 प्रतिशत, खरौली में 98.24 प्रतिशत, मुडलाना ब्लॉक के भदौलती खास गांव में 98.52 प्रतिशत, खंदरई पार्ट में 99.07 प्रतिशत और मुरथल ब्लॉक के राजपुर में 98.73 प्रतिशत काम संपन्न हुआ है।
ये गांव हैं सबसे पिछड़े
खरखौदा ब्लॉक के मंडौरा गांव में 153 मालिक हैं, अभी तक एक भी मालिक की मैपिंग नहीं हुई है। गन्नौर ब्लॉक का सिटावली गांव में केवल 27.80 प्रतिशत काम हुआ, इस गांव में 939 कुल मालिकों में से केवल 261 की मैपिंग हुई है, 678 की मैपिंग अभी पेंडिंग हैं। खरखौदा के खुर्मपुर गांव में 195 मालिकों में से केवल 24 की मैपिंग हुई है, 171 पेंडिंग हैं, इस गांव का मैपिंग प्रतिशत केवल 12.31 प्रतिशत है। रिधाड़ गांव में 18.93 प्रतिशत काम ही पूरा हो पाया है। 2182 मालिकों में से 413 की मैपिंग हुई है, बाकि 1769 की पेंडिंग हैं। राई ब्लॉक के हलालपुर गांव में 28.21 प्रतिशत काम ही हो पाया। यहां पर 2322 कुल मालिकों में से 655 की मैपिंग हुई है, बाकि के 1667 पेंडिंग हैं। सोनीपत ब्लॉक में हुलाहेड़ी गांव में 30.83 प्रतिशत काम हो पाया है। इस गांव में 626 मालिकों में से 193 की मैपिंग हुई है, बाकि के 433 पेंडिंग हैं।
स्वामित्व योजना में गन्नौर, मुडलाना और मुरथल ब्लॉक काफी पीछे हैं। इस संदर्भ में अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है। जल्द ही पूरे जिले में योजना के तहत भूखंडों की मैपिंग का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। - राजपाल चहल, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी, सोनीपत