जींद के गांव कान्हाखेड़ा की पंचायत ने कौन-कौन से किए घोटाले, खबर पढ़िए और जाने

आरटीआई (RTI) से मिली जानकारी में खुलासा (Disclosure) हुआ। स्कूल (School) में भी हाजिरी (Attendance) लगी और उसी दिन काम पर दिखाकर मजदूरी (wage) भी दी। स्कूल में सीसीटीवी कैमरे के नाम पर डमी कैमरे लगाए गए। आरटीआई से कान्हाखेड़ा गांव की पंचायत पर लाखों के घोटाले का आरोपों का पता चला।;

Update: 2020-09-27 12:23 GMT

जींद। नरवाना क्षेत्र के गांव कान्हाखेड़ा के ग्रामीणों (villagers) द्वारा गांव की पंचायत पर लाखों के घोटाले (Scam on Panchayat) के आरोप लगाए गए हैं। इस मामले में ग्रामीणों द्वारा पहले आरटीआई (RTI) लगाई गई। आरटीआई में खुलासा (Disclosure) हुआ कि सरपंच द्वारा उसी लड़के को काम पर दिखा मजदूरी दी दिखाई गई है जिस दिन वह स्कूल में मौजूद था। स्कूल के रजिस्टर में भी उसी दिन हाजिरी है और काम पर भी पूरे दिन की हाजिरी भरी गई है। इसके अलावा गांव में पुराने नाले को रिपेयर कर दस्तावेजों में इसे नए सिरे से बना दिखाया गया है। हैंडपंप लगाने के नाम पर भी घोटाला किया गया है तो वहीं स्कूल में सीसीटीवी कैमरे लगा 37 हजार रुपये का बिल पास करवा लिया गया जबकि सच्चाई तो यह है कि केवल डमी कैमरे लगे थे। इसकी डीवीआर, एलईडी, हार्ड डिस्क और दूसरे सिस्टम को लगाया ही नहीं गया था लेकिन बिल में शामिल किया गया था।

यह है मामला

गांव कान्हाखेड़ा की वर्तमान में सरपंच मंजू देवी हैं। अढ़ाई साल पहले गांव के वार्ड 2, 6 और 7 के पंचों ने शिकायत देते हुए कहा था कि विकास कार्यों में गड़बड़ हो रही है। ग्राम सभा की बैठक बुलाए बिना ही उनके हस्ताक्षर करवा काम किए जा रहे हैं। जिनका किसी को हिसाब नहीं है। इस पर कुछ ग्रामीण भी आगे आए और उन्होंने आरटीआई के माध्यम से गांव के विकास कार्यों की जानकारी ली। इसमें कई तरह की गड़बड़ी के आरोप ग्रामीणों ने लगाए।

ग्राम पंचायत पर इन घोटालों के लगाए आरोप

पंचों और गांव के मौजिज लोगों ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत टेंट लगाने और कार्यक्रम करने पर दूसरा खर्च दिखाया गया है जबकि हकीकत में इस तरह का कोई कार्यक्रम हुआ ही नहीं। सीसीटीवी कैमरे के नाम पर डमी कैमरे लगा दिए, जांच की मांग की तो उन्हें चोरी दिखा दिया गया। बस अड्डे पर हैंडपंप लगा बिल पास करवाया गया है जबकि गांव में दो बस अड्डे, जिनमें कहीं पर भी कोई हैंडपंप नहीं लगा है। झूठी एमबी सरपंच द्वारा भरी जा रही हैं। मई 2016 में गली निर्माण कार्य में उसी लड़के को लगा उसे मजदूरी के पैसे दिए दिखाए गए हैं जबकि उसी दिन लड़का स्कूल में भी हाजिर था,  जो स्कूल का हाजिरी रजिस्टर बयां कर रहा है। गांव के दो तिहाई पंच सरपंच के खिलाफ अविश्वास जता कर बीडीपीओ को शपथ पत्र दे चुके हैं लेकिन उस पर भी किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई। पंचायत डायरेक्टर से भी डीसी के पास जांच के लिए लैटर आया था, जिसके बाद डीसी ने बीडीपीओ नरवाना को नौ बार जांच के लिए आदेश दिए जा चुके हैं लेकिन एक बार भी जांच पूरी नहीं की गई।

सरपंच ने कहा आरोप निराधार

गांव कान्हाखेड़ा की सरंपच मंजू ने बताया कि जो भी आरोप उन पर लगाए जा रहे हैं वो बिल्कुल ही निराधार हैं। जो भी कार्य ग्राम पंचायत द्वारा किए गए हैं, उन सभी के पक्के बिल उसके पास हैं। एमबी भी ठीक भरी जा रही हैं।

मामले की चल रही जांच : बीडीपीओ

बीडीपीओ सोमबीर कादियान ने कहा कि पंचों के अविश्वास प्रस्ताव को लेकर अगले सप्ताह बैठक बुलाई जाएगी। डीडीपीओ राजकुमार चांदना ने कहा कि उन्होंने हाल ही में ज्वाइन किया है। सोमवार को मामले का पता करेंगे। फिलहाल मामले की जांच चल रही है। जल्द ही जांच पूरी कर डीडीपीओ और डीसी को सौंप दी जाएगी।


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