CBSE 10th 12th Exams : विशेष छात्रों का बिना परीक्षा दिए तैयार होगा रिजल्ट
सीबीएसई(CBSE) की 10वीं तथा 12वीं कक्षा की बची हुई परीक्षा सामान्य बच्चे जहां अपने जिलों में ही परीक्षा दे पाएंगे तो वहीं सहायक की मदद से परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के लिए सीबीएसई ने बिना परीक्षा दिलवाए ही उनका परिणाम वैकल्पिक मूल्यांकन योजना के आधार पर किया जाएगा।;
कुलदीप शर्मा.भिवानी
सीबीएसई (CBSE) की 10वीं तथा 12वीं कक्षा की बची हुई परीक्षा की तिथि फाइनल होने के बाद अब स्कूलों (Schools) ने भी इसकी तैयारी शुरू कर दी है। सामान्य बच्चे जहां अपने जिलों में ही परीक्षा दे पाएंगे तो वहीं सहायक की मदद से परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के लिए सीबीएसई ने बिना परीक्षा दिलवाए ही उनका परिणाम वैकल्पिक मूल्यांकन योजना के आधार पर किया जाएगा। यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि सोशल डिस्टें (Social distance) के नियम का पालन हो सके। सीबीएसई को उद्देश्य ऐसे बच्चों के मानसिक स्तर को कमजोर करना या उन्हें अन्य बच्चों से अलग महसूस करवाना नहीं है बल्कि ये बच्चे कोरोना के संक्रमण (Corona infections) से बच सके इसलिए यह कदम उठाया गया है।
कोरोना से निपटने के लिए लगी पाबंदियों के बीच एक जुलाई से 15 जुलाई के बीच सीबीएसई की 10वीं व 12वीं कक्षा की बची हुई परीक्षा होने जा रही है। विद्यार्थियों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसके लिए सीबीएसई हर संभव प्रयास कर रही है। इसके जो विद्यार्थी फिलहाल अपने जिले को छोड़कर दूसरे जिले में रह रहे हैं वो वहां पर भी परीक्षा दे सकते हैं तो वहीं जिले में रहने वाले विद्यार्थियों को भी ज्यादा दूरी नहीं नापनी पड़ेगी। दिव्यांगों के के अधिकारों से जुड़े 2016 अधिनियम के तहत बोर्ड ने यह फैसला लिया है कि सहायक की मदद से परीक्षा देने के लिए आने वाले विद्यार्थियों को कोरोना संक्रमण का डर ना रहे इसके लिए इनकी परीक्षा ना लेते हुए इन्हें वैकल्पिक मूल्यांकन योजना के आधार पर परिणाम तैयार किया जाएगा।
ज्यादा समय लेने वाले विद्यार्थी दे पाएंगे परीक्षा
दिव्यांग बच्चों में कई बच्चे पूर्ण रूप से दिव्यांग होते हैं तो वहीं कुछ 30 से 50 प्रतिशत तक दिव्यांग होते हैं। इनमें वो बच्चे शामिल है जिन्हें बोलने में परेशानी होने के साथ साथ चलने फिरने में परेशानी होती है लेकिन ये परीक्षा बिना किसी सहायक के देते हैं लेकिन परीक्षा के दौरान इन्हें अन्य विद्यार्थियों के अलावा आधे से एक घंटे ज्यादा का समय दिया जाता है इसलिए ऐसे दिव्यांग विद्यार्थी जो बिना किसी सहायक के परीक्षा देते हैं वो अपनी परीक्षा दे पाएंगे। इसके लिए बकायदा स्कूलों में विद्यार्थियों की मेडिकल रिपोर्ट दी जाती है ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े।
इस प्रकार पता कर सकते हैं अपना परीक्षा सेंटर
परीक्षा केंद्र कहां पर आएगा इस बात की चिंता हर विद्यार्थी को लगी हुई है लेकिन विद्यार्थियों की परेशानी को देखते हुए सीबीएसई 20 जून को एक अप्लीकेशन के माध्यम से अपना परीक्षा केंद्र बिना किसी परेशानी से पता कर पाएंगे। इसके लिए 20 जून के बाद प्ले स्टोर पर एक्जामिनेशन सेंटर लोकेटर ऑफ सीबीएसई नामक एप्लीकेशन को इंस्टाल करना होगा तथा उसके बाद उसमें नाम, स्कूल का नाम सहित अन्य जानकारी भरनी होगी। जानकारी भरने के बाद एप्लीकेशन अपने आप परीक्षा केंद्र का नाम बता देगी।
इस बारे में जब दिल्ली पब्लिक स्कूल की प्राचार्या डॉ. अनीता शर्मा से बात हुई तो उन्होंने कहा कि सहायक की मदद से परीक्षा देने वाले बच्चों का परिणाम वैकल्पिक मूल्यांकन योजना के आधार पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि बच्चों के बीच सोशल डिस्टेंस का पालन हो सके।