रेवाड़ी नगर परिषद फिर चर्चा में : कूड़े से भी जेब गर्म कर रहे अधिकारी, कागजों में चल रह कचरा कलेक्शन ट्रैक्टर
धरातल पर कचरा उठाने वाले ट्रैक्टरों की संख्या कम है, जबकि रिकॉर्ड में ज्यादा ट्रैक्टर कचरा उठा रहे हैं। गोलमाल के चलते नगर परिषद के अपने छोटे वाहन चलाने में रूचि लेने से बच रही है।;
हेमंत शर्मा : रेवाड़ी
भ्रष्टाचार के मामले में बदनाम हो चुकी रेवाड़ी नगर परिषद के चंद अधिकारी कचरे से भी जेब गर्म करने का कार्य कर रहे हैं। धरातल पर कचरा उठाने वाले ट्रैक्टरों की संख्या कम है, जबकि रिकॉर्ड में ज्यादा ट्रैक्टर कचरा उठा रहे हैं। गोलमाल के चलते नगर परिषद के अपने छोटे वाहन चलाने में रूचि लेने से बच रही है। तंग गलियों में ट्रैक्टर नहीं जाने से कचरा शहर की सफाई व्यवस्था पर बट्टा लगा रहा है। इन गलियों में छोटे वाहन आसानी से जा सकते हैं, परंतु उन्हें नगर परिषद से बाहर ही नहीं निकाला जा रहा। कई पार्षदों और उनके प्रतिनिधियों ने डीएमसी से मिलकर मामले की जांच कराने की मांग उठाई है।
शहर में कचरा कलेक्शन का टेंडर नहीं होने के कारण इसका सीधा असर शहर की सफाई व्यवस्था पर पड़ रहा है। कचरा उठान का ठेका लेने वाले ठेकेदार की पेमेंट अभी तक अटकी हुई है। नगर परिषद की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए नवंबर माह में ट्रैक्टर लगार कचरा उठाने का कार्य अपने स्तर पर शुरू कराया गया था। कई पार्षदों और पार्षद प्रतिनिधियों का आरोप है कि कागजों में कचरा उठाने के लिए 20 ट्रैक्टर दिखाए जा रहे हैं, जबकि वास्तव में ट्रैक्टरों की संख्या कम है। ज्यादा ट्रैक्टर दिखाकर नगर परिषद के पैसे का गोलमाल किया जा रहा है। रिकॉर्ड में ज्यादा ट्रैक्टर दिखाने के बाद बाकी ट्रैक्टरों का पैसा कहां जा रहा है, यह जांच का विषय बन चुका है। प्रति ट्रैक्टर लगभग 40 हजार रुपए का भुगतान किया जा रहा है। अगर नप अपने व्हीकल कचरा उठान में लगाती है, तो इससे कचरा उठान का खर्च काफी हद तक कम हो जाएगा।
तंग गलियों में नहीं जा सकते ट्रैक्टर
शहर के कई वार्डों में गलियां काफी संकीर्ण हैं। इन गलियों में ट्रैक्टर-ट्राली प्रवेश नहीं कर सकते। गलियों के लिए नगर परिषद के पास कूड़ा उठाने वाले 5 छोटे वाहन मौजूद हैं, जो कार्यालय परिसर में धूल फांक रहे हैं। इन छोटे वाहनों को चलाने में भी अधिकारी परेशानी महसूस कर रहे हैं। तंग गलियों में कचरा नहीं उठने के कारण माहौल बदबूमय बना रहता है। इससे शहर की सफाई व्यवस्था पर सवालिया निशान लग रहे हैं।
नहीं उठ पा रहा गलियों से कचरा
वार्ड नंबर-27 से पार्षद प्रतिनिधि सुरेश कुमार बंटी, मनोनीत पार्षद रोहतास वाल्मिकी व नगर पालिका कर्मचारी संघ के जिला प्रधान ईश्वर सिंह बोडवाल ने कहना है कि तंग गलियों में ट्रैक्टर-ट्राली के नहीं पहुंचने के कारण काफी जगह डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन नहीं हो पा रहा है। कागजों में दिखाए जा रहे ट्रैक्टरों की जगह कम संख्या में ट्रैक्टर चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह डीएमसी सुभिता ढाका से मिलकर नप के थ्री व्हीलर चलवाने की मांग कर चुके हैं।
चलवाए जाएंगे नप के थ्री व्हीलर
अगर कचरा उठान के ट्रैक्टरों की संख्या ज्यादा दिखाई जा रही है, तो इसकी जांच कराई जाएगी। संबंधित अधिकारियों को थ्री व्हीलरर्स की मेंटिनेंस कराकर चलवाने के निर्देश जारी किए गए हैं। -डा. सुभिता ढाका, डीएमसी।