हरियाणा में 'हिफाजत' अभियान का आगाज, आगे पढ़ें

राज्य में बच्चों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता पैदा की जाएगी। साथ ही बाल अधिकारों बारे माता-पिता/अभिभावकों को जागरूक किया जाएगा।;

Update: 2021-02-25 08:31 GMT

हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा हरियाणा पुलिस के सहयोग से पंचकूला से राज्यव्यापी सामाजिक जागरूकता अभियान 'हिफाज़त' की शुरूआत की गई है। अभियान का शुभारंभ डीजीपी मनोज यादव ने एक वीडियो वैन 'हिफाज़त एक्सप्रेस' को हरी झंडी दिखाकर किया है। जिसके माध्यम से राज्य भर में अभियान चलाया जाएगा।इसके अतिरिक्त उन्होंने 'हिफाज़त' थीम साॅंग के साथ-साथ प्रदेशभर में ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस अभियान से जोड़ने के लिए एक आधिकारिक वेबसाइट भी लॉन्च की। इससे पहले समाज में बाल यौन उत्पीडन पर जागरूकता को लेकर एक नुक्कड़ नाटक का भी मंचन किया गया।

हरियाणा पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने बाल यौन उत्पीड़न रोकने के लिए सभी के सहयोग से व्यापक स्तर पर प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया । डीजीपी  पंचकूला में हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा हरियाणा पुलिस के सहयोग से आयोजित राज्यव्यापी सामाजिक जागरूकता अभियान हिफाजत  की शुरूआत करने के उपरांत कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बाल यौन उत्पीडऩ एक गंभीर अपराघ एवं अत्यंत सवेंदनशील मुद्दा है। आज बचपन को उन्हीं से सर्वाधिक खतरा है जिस पर बच्चे सबसे अधिक विश्वास करते हैं। दुर्भाग्यवश बाल यौन उत्पीडऩ जैसे गंभीर मुद्दे पर समाज में खुले तौर पर चर्चा नहीं होती। अगर होती है तो लोग असहज हो जाते हैं । सहज-सजग-सुरक्षित बचपन तभी संभव हो सकता है जब आमजन के साथ-साथ माता-पिता इन मुद्दों को लेकर जागरूक हों। उन्होंने बाल यौन शौषण को लेकर समाज में चुप्पी की मानसिकता को तोड़ने के लिए आयोग द्वारा की गई समग्र एवं सर्वांगीण पहल के लिए आयोग की चेयरपर्सन ज्योति बैंदा को भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि बच्चे के विश्वास को तोड कर बचपन को बर्बाद करने वाली यह समस्या केवल भारत में ही नहीं है बल्कि समस्त संसार में इसकी चर्चा हो रही है।

 यादव ने कहा कि हरियाणा पुलिस द्वारा सभी महिला पुलिस थानों को चाइल्ड फ्रैंडली बनाने के लिए पहल की जा रही है। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के सभी महिला पुलिस थानों में एक चाइल्ड फ्रैंडली रूम बनाया जाएगा जहां माता-पिता के साथ आए व अन्य सभी बच्चे खेलकूद कर अपना समय व्यतीत कर सकेंगे। इस रूम मे बच्चों के लिए खिलौने, झूले व अन्य सामान उपलब्ध रहेगा।

इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए एडीजीपी क्राइम अगेंस्ट वूमन, हरियाणा कला रामचंद्रन ने कहा कि स्वस्थ समाज के लिए बच्चों को यौन उत्पीडन एवं अन्य प्रकार के शोषण से सुरक्षित रखना आवश्यक है। उन्होंने बच्चों की सुरक्षा के लिए जागरूक व संवेदनशील समाज की स्थापना को लेकर शुरू किए गए  हिफाजत अभियान की सराहना की।

महिला एवं बाल विकास विभाग के आयुक्त एवं सचिव डा० राकेश गुप्ता ने कहा कि बाल यौन उत्पीड़न रोकने के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास की जरूरत है। इस दिशा में हिफाजत अभियान द्वारा एक अच्छी पहल की गई है। उन्होंने हरियाणा से चलाए गए बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि इससे प्रदेश को राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पर पहचान मिली। अब हरियाणा प्रदेश बेटियों को बचाने के लिए जाना जाता है।

हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की चेयनपर्सन ज्योति बैंदा ने कहा कि बचपन को सुरक्षित बनाने के लिए अब हमें मिलकर जिम्मेदारी उठानी होगी। सभी हितधारक विभाग एवं एंजेसी बाल यौन उत्पीड़न की रोकथाम के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। लोग भी जागरूक हो रहे हैं। लोगों का सिस्टम में विश्वास भी बढ़ रहा है। प्रत्येक बच्चे को बिना किसी भय के बढ़ने को अधिकार है।

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