सोनीपत के सांसद नहीं मानते यातायात नियम, करते हैं इतनी बड़ी गलती

सांसद की गाड़ी की तरफ यातायात पुलिस कर्मी आंख बंद करे हुए बैठे हैं। ऐसे में जनता द्वारा चुने गए नेता ही नियमों की धज्जियां उड़ाने में पीछे नहीं है, तो आमजन की बात दूसरी है।;

Update: 2021-03-03 09:48 GMT

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत

यातायात नियमों को लेकर पुलिस विभाग की तरफ से समय-समय पर वाहन चालकों व आमजन को जागरूक करने का काम करती हैं। उसके बावजूद लोगों यातायात नियमों की अवेहलना करने में कसर नहीं छोड़ते। ऐसे ही सांसद रमेश कौशिक भी नियमों की अवहेलना करते हैं और शहर की सड़कों पर बिना हाई सिक्योरियटी नंबर प्लेट की गाड़ी में चलते हैं। उक्त गाड़ी जिला पुलिस कार्यालय के नीचे करीब आधा घंटे से ज्यादा समय तक खड़ी रही, उसके बाद शहर की सड़कों पर फर्राटा भरते हुए निकल गई। सांसद की गाड़ी की तरफ यातायात पुलिस कर्मी आंख बंद करे हुए बैठे हैं। ऐसे में जनता द्वारा चुने गए नेता ही नियमों की धज्जियां उड़ाने में पीछे नहीं है, तो आमजन की बात दूसरी है।

दीये तले अंधेरा

यह कहावत पुलिस लघु सचिवालय में खड़ी सांसद रमेश कौशिक की गाड़ी को लेकर स्टीक बैठती है। शहर के हर चौक-चौराहों पर पुलिस कर्मी यातायात नियमों को लेकर पैनी नजर बनाकर रखते हैं, लेकिन बिना हाई सिक्योरियटी नंबर प्लेट की गाड़ी लेकर सांसद रमेश कौशिक उन्हीं चौक-चौराहों से होते हुए लघु सचिवालय में पहुंचे। उक्त गाड़ी की नंबर प्लेट पर ध्यान देकर किसी यातायात कर्मी की हिम्मत चालान काटने की नहीं हुई। जिस गाड़ी में सांसद महोदय पहुंचे उस गाड़ी पर हाई सिक्योरियटी नंबर प्लेट नहीं लगी हुई थी। सांसद महोदय की गाड़ी के आगे पुलिस की पायलेट गाड़ी होती हैं। जो कार्यालय में गाड़ी के आगे खड़ी हुई थी। उसके बाद सांसद रमेश कौशिक गाड़ी में बैठकर शहर की सड़क से फर्राटा भरते हुए निकल गए। कार्यालय के नीचे मौजूद लोग चर्चा करते नजर आए कि आमजन की गाड़ी पर हाई सिक्योरियटी नंबर प्लेट न लगी हो तो यातायात पुलिस कर्मी जुर्माना करने व नियमों का पाठ-पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ते।

हाई सिक्योरियटी नंबर प्लेट का 500 रुपये जुर्माना

यातायात नियमों के तहत वाहन चालक की गाड़ी पर हाई सिक्योरियटी नंबर प्लेट न हो तो उक्त चालक पर यातायात पुलिस की तरफ से 500 रुपये जुर्माना करने का प्रावाधान है। शहर में हर चौक पर यातायात पुलिस कर्मी मौजूद रहते हैं। सांसद की गाड़ी की नंबर प्लेट को देखकर किसी की हिम्मत नहीं पड़ी की गाड़ी को रूकवाकर उसके चालक से जुर्माना वसूला जाए। सांसद जिस गाड़ी में लघु सचिवालय पहुंचे। उक्त गाड़ी काफी देर तक कार्यालय के नीचे खड़ी रही।

शहर के हर चौक पर तीसरी आंख कानी

शहर में सुरक्षा व यातायात नियमों पर पैनी नजर रखने के लिए हर चौक-चौराहें पर तीसरी आंख का जाल बिछा रखा है। कंट्रोल रूम में बैठा कर्मचारी उक्त कैमरों पर दिन भर आंख गडा़ए बैठा रहता हैं। कार्यालय में बैठकर ऑनलाइन के जरिए यातायात नियमों की अवहेलना करने वाले वाहन चालक का चालान काटकर उक्त वाहन पंजीकृत पते पर भेजा जाता हैं। सोमवार को सांसद की गाड़ी उक्त चौक-चौराहों से होती हुई लघु सचिवालय में पहुंची। उसके बाद फिर से फर्राटा भरती हुई चौराहों से होती निकल गई।

यातायात नियम सभी के लिए बराबर 

यातायात नियम सभी के लिए बराबर हैं। यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित किए जाते हैं। सांसद जिस गाड़ी में सोमवार को लघु सचिवालय में पहुंचे। उसके बारे में जानकारी नहीं हैं। ऑनलाइन चालान भेजने का काम कंट्रोल रूम की तरफ से होता हैं। उन्हें सीसीटीवी में कोई अवहेलना करता हुआ दिखाई देता हैं, तो चालान भेजा जाता हैं। -शिव दर्शन, यातायात प्रभारी।

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