पुलिस पर गिरी यमुनानगर में विवाद की गाज : एसएचओ सहित हेड कांस्टेबल और दो हाेमगार्ड सस्पेंड, 300 लोगों पर केस दर्ज

सोमवार को यमुनानगर के जठलाना थाना क्षेत्र के गांव नांगल में दो समुदायों के बीच विवाद हो गया था जिसमें जमकर लाठी-डंडे और ईंट पत्थर चले थे। इस मारपीट में कई लोग घायल हो गए थे।;

Update: 2022-02-22 10:39 GMT

यमुनानगर के गांव नागल में दो समुदायों के बीच हुए खुनी संघर्ष में लापरवाही बरतने पर पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने जठलाना थाना प्रभारी पूर्ण सिंह व हैड कांस्टेबल संदीप को सस्पेंड कर दिया। जबकि दो होमगार्डों पर भी कार्रवाई की गई है। मगर जिन होमगार्डों पर कार्रवाई की गई है, पुलिस उनकी पुष्टि नहीं कर रही है। उधर,खुनी संघर्ष के बाद गांव नागल में पुलिस तैनात की गई है।  पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने बताया कि गांव नागल में पुलिस तैनात की गई है। नागल में अब पूरी तरह शांति का वातावरण है। किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं है।

-ऐसे हुई लापरवाही

पुलिस सूत्रों ने बताया कि गत रविवार रात को गांव नागल में एक समुदाय के यहां शादी समारोह में डीजा बजाया जा रहा था। वहीं, दूसरे समुदाय के यहां आयोजित जागरण में लाउडस्पीकर बजाया जा रहा था। इस दौरान एक पक्ष की शिकायत पर थाना जठलाना प्रभारी पूर्ण सिंह व हैडकांस्टेबल संदीप अन्य पुलिस कर्मचारियों के साथ नागल में पहुंचे थे। इस दौरान पुलिस ने एक पक्ष का डीजे बंद करवा दिया। इस दौरान जठलाना थाना प्रभारी पूर्ण सिंह दोनों समुदायों को समझाने में लापरवाही बरत गए और सोमवार सुबह दोनों समुदायों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। इसी लापरवाही की वजह से थाना प्रभारी और हैडकांस्टेबल को संस्पेंड कर दिया गया।

एक पक्ष के 33 लोग नामजद, 300 के खिलाफ केस दर्ज

इस मामले में पुलिस ने एक पक्ष के 33 लोगों को नामजद करते हुए करीब 300 अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामले में अभी आरोपित फरार हैं। वहीं, दूसरे पक्ष ने पुलिस पर एक तरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। गांव नागल निवासी कमाल खान ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि गत 20 फरवरी को उनके पड़ोस में समीम के लड़के मोमिन व लड़की की शादी थी। लड़की की डोली जा चुकी थी। रात को डीजे का कार्यक्त्रम चल रहा था। इस दौरान उनके गांव का ही अशोक कुमार, भूप सिंह, नीरज, सोनू, सतपाल, रोहतास, नरेंद्र, देवी शरण, गोलू, कुक्कू, वीरेंद्र, रिंकू, राजेश, शक्ति, दशरथ, नवीन, सोनू, भीम, मांगा, शिवलाल, अमन, आशुतोष, विमल, लकी, जसविंदर, वीर सिंह, अभिषेक, अकाश, गोपाल, विकास, आशीष व अमन उनके घर आए। आरोपितों ने उनको डीजे बंद करने के लिए कहा। इस दौरान उन्हें डीजे बंद कर दिए।

इसके बाद गत 21 फरवरी को सुबह जब वह अपने घर पर बारात की तैयारी कर रहे थे तो आरोपितों ने अपने करीब तीन सौ साथियों के साथ मिलकर उन पर हमला कर दिया। हमले में करीब दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। इस दौरान आरोपितों ने उनके घरों में जमकर तोड़फोड़ की। आरोपितों ने उनके घर से करीब 10 हजार रुपये भी चोरी कर लिए। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मगर पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपित वहां से भाग गए। पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया। पुलिस ने देर शाम मामले की जांच के बाद 33 आरोपितों को नामजद करते हुए करीब तीन सौ लोगों के खिलाफ धारा 148,149, 295ए, 323, 379बी, 427, 452 व 506 के तहत मामला दर्ज कर लिया। उधर, दूसरे पक्ष ने पुलिस पर एक तरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। दूसरे पक्ष का कहना है कि झगड़े में उनके पक्ष के भी दर्जन भर लोग घायल हुए हैं। वहीं, पुलिस का कहना है कि मामले में जांच की जा रही है।

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