बड़ी खबर : अपशब्द कहने पर विधायक देवेंद्र बबली ने जताया खेद, जानें किसानों पर दर्ज केस वापिस होंगे या नहीं

किसानों नेताओं के साथ हुई बातचीत के बाद बबली ने कहा कि 1 जून को जो घटना हुई, उस घटना में जिन लोगों ने जो किया, उसके लिए मैं उनको माफ करता हूं और इस घटना के दौरान मेरे मुंह से जो अपशब्द निकले उसके लिए मैं खेद प्रकट करता हूं।;

Update: 2021-06-05 14:44 GMT

हरिभूमि न्यूज. फतेहाबाद/टोहाना

टोहाना के विधायक देवेन्द्र बबली और किसानों के बीच एक जून को शुरू हुआ विवाद थमता नजर आ रहा है। विधायक और किसान नेताओं के बीच हुई बातचीत में विधायक द्वारा जहां खेद जताया गया है वहीं किसानों पर दर्ज मामले रद्द करने और उनकी रिहाई को लेकर किसानों और प्रशासन के बीच बातचीत जारी है। किसानों नेताओं के साथ हुई बातचीत के बाद बबली ने कहा कि 1 जून को जो घटना हुई, उस घटना में जिन लोगों ने जो किया, उसके लिए मैं उनको माफ करता हूं और इस घटना के दौरान मेरे मुंह से जो अपशब्द निकले चूंकि मैं जनप्रतिनिधि हूं तो उसके लिए मैं खेद प्रकट करता हूं।

गौरतलब है कि 1 जून को विधायक और किसानों के बीच विवाद के बाद पुलिस ने किसानों के खिलाफ केस दर्ज कर दो किसानों को जेल भेज दिया था। इस मामले में अन्य किसानों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस द्वारा किसानों के घर छापेमारी करने से किसानों में रोष फैल गया और इसको लेकर शनिवार को भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी, योगेंद्र यादव, भाकियू प्रदेशाध्यक्ष जोगेंद्र घासीराम नैन, महिला विंग अध्यक्षा सुमन हुड्डा अपने समर्थकों के साथ टोहाना पहुंचे। किसान नेताओं ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि शनिवार को टोहाना के अनाजमंडी में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा और किसान गिरफ्तारियां देंगे। टोहाना में राकेश टिकैत करीब 2 बजे पहुंचे थे। उन्होंने पहुंचते ही ऐलान किया कि पुलिस को किसानों को गिरफ्तार करने का शौक है, इसलिए हम गिरफ्तारी देने आए हैं। राकेश टिकैत व गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि या तो प्रशासन उन्हें गिरफ्तार करें या गिरफ्तार किए गए किसानों को तुरंत छोड़ा जाए। उन्होंने विधायक देवेन्द्र बबली द्वारा किसानों से किए गए अभद्र व्यवहार को लेकर उनसे माफी मांगने की मांग रखी।

अनाज मंडी में आयोजित जनसभा के बाद किसानों का काफिला राकेश टिकैत के नेतृत्व में हिसार रोड स्थित सदर थाने में पहुंचा और वहां फतेहाबाद, सिरसा, जींद, भिवानी, हिसार, कैथल से आये किसानों ने सदर थाने का घेराव कर केंद्र सरकार व हरियाणा सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की और विधायक देवेंद्र बबली को भी जमकर कोसा। इसी दौरान प्रशासन की तरफ से किसानों को बातचीत का प्रस्ताव भेजा गया, जिसमें विधायक देवेन्द्र बबली द्वारा किसानों से माफी मांगने और गिरफ्तार किसानों को रिहा करने की बात कही गई। इसके बाद किसानों की एक कमेटी का गठन किया गया। बलियाला विश्राम गृह में विधायक देवेन्द्र बबली के साथ समझौता वार्ता शुरू हुई। हालांकि बातचीत के बाद विधायक द्वारा तो खेद जता दिया गया है लेकिन किसानों की रिहाई व केस वापसी के मुद्दे को लेकर अभी प्रशासन से बातचीत जारी है। किसानों के आंदोलन के चलते जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। टोहाना में पुलिस ने नौ कंपनियां तैनात की थी। शनिवार सुबह से ही जिला प्रशासन सहित भारी मात्रा में पुलिस बल व आरएएफ की 2 टुकड़ियां डयूटी पर तैनात रही। डीएसपी बिरम सिंह व एसडीएम गौरव अंतिल भी सुरक्षा प्रबंधोें को लेकर बार-बार निरीक्षण करते रहे। पुलिस प्रशासन ने शहर थाना और सदर थाना दोनों में भारी पुलिस तैनात की हुई थी। 

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